आजमगढ़ (उप्र): बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार को भाजपा पर पिछड़े वर्ग के वोट बांटने के लिए विभिन्न बिरादरियों के छोटे-छोटे संगठन बनवाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसके लिए भगवा दल ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के घर में भी डकैती डाल दी है। मायावती ने सपा-बसपा-रालोद की संयुक्त रैली में कहा कि ‘साल 2007 में बसपा द्वारा सामाजिक भाईचारे के आधार पर सरकार बनाए जाने से बौखलाई भाजपा ने अति पिछड़ी जातियों के कुछ 'स्वार्थी लोगों' को पकड़ लिया और पिछड़े वर्ग का वोट बांटने के लिए उनकी पार्टियां बनवा दीं।’
मायावती ने कहा कि ‘अब जब लोकसभा और विधानसभा का चुनाव होता है तो भाजपा उनमें से कुछ पार्टियों को पैसा देकर बैठा देती है या फिर एक-दो सीट दे देती है और उसकी आड़ में उनके समाज का वोट लेती है।’ उन्होंने कहा, ''अब तो भाजपा ने अखिलेश यादव के घर में भी डकैती डाल दी है। उनके चाचा शिवपाल यादव को तोड़कर उनकी अलग पार्टी बनवाई। जहां-जहां भाजपा के उम्मीदवार खड़े होंगे, वहां सपा के वोट काटने के लिए शिवपाल यादव के उम्मीदवार खड़े कराए।
उत्तर प्रदेश में जितनी भी दलित बिरादरियों के छोटे-छोटे संगठन बने हैं, वे भाजपा ने वोट बांटने के लिए बनाए हैं। आप उनसे दूरी बनाए रखें।'' मायावती ने कहा, ‘‘सपा-बसपा का रिश्ता हमारी संस्कृति और सभ्यता के हिसाब से बना है, मगर गठबंधन की कामयाबी से बौखलाई भाजपा इस रिश्ते का सम्मान करने के बजाय हमारी सभ्यता और संस्कृति पर ही तंज कर रही है।’’
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक पांच चरणों के चुनाव में गठबंधन के पक्ष में जबर्दस्त मतदान होने के मद्देनजर ऐसा लग रहा है कि इस बार चुनाव में यहां ‘‘हमारे लोग नमो-नमो वालों की छुट्टी करने वाले हैं और अपने जय भीम करने वालों को ही लाने वाले हैं।’’ मायावती ने जनता से आह्वान किया कि वह आजमगढ़ से अखिलेश के खिलाफ खड़े भाजपा उम्मीदवार (दिनेश लाल यादव, निरहुआ) को चुनाव में इतनी बुरी तरह हराए कि यह व्यक्ति भविष्य में उनके आगे कभी चुनाव लड़ने की हिम्मत न जुटा पाए।
बसपा प्रमुख ने देश के दलितों और पिछड़ों के उत्थान में भीमराव आम्बेडकर के योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि आज पूरे देश में मुस्लिम और अन्य अल्पसंख्यक समाज के लोग जो थोड़े बहुत सुरक्षित हैं तो यह केवल आम्बेडकर की देन है। आम्बेडकर ने भारत का संविधान केवल धर्मनिरपेक्षता के आधार बनाया, जिसे भाजपा और संघ के लोग कतई पसंद नहीं करते।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा, ‘‘वह खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे की तरह, हमारे सामाजिक न्याय के गठबंधन को महामिलावट बता रहे हैं, जबकि जाति के हिसाब से महामिलावटी तो खुद प्रधानमंत्री मोदी हैं।’’
मायावती ने आरोप लगाया, ‘‘मोदी ने पिछड़े वर्गों का हक मारने के लिए गुजरात में अपनी जाति को जुगाड़ करके अति पिछड़ी जाति में शामिल कर लिया। सामाजिक न्याय के लिए बना हमारा गठबंधन इनके गले से नहीं उतर रहा है, उन्हें डर है कि इस तरह का गठबंधन देश में कहीं और न बन जाए।’’