बेंगलुरू: कर्नाटक में राज्य सरकार को लेकर एक बार फिर सियासी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने सोमवार को दावा किया कि लोकसभा चुनावों के नतीजों के ऐलान के बाद भारतीज जनता पार्टी के कई विधायक उनकी पार्टी में शामिल हो जाएंगे। उन्होंने कर्नाटक में कांग्रेस-JDS गठबंधन सरकार की स्थिरता को लेकर जाहिर की जा रही शंकाएं भी खारिज कर दी। आपको बता दें कि येदियुरप्पा ने हाल में कहा था कि कर्नाटक सरकार की स्थिरता इस बात पर निर्भर करेगी कि लोकसभा चुनावों के बाद कांग्रेस के 20 ‘असंतुष्ट’ विधायक क्या रुख अपनाते हैं।
वेणुगोपाल ने केंद्र में कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार बनने का यकीन जाहिर करते हुए कहा, ‘हमें पूरा यकीन है कि संसदीय चुनावों के बाद केंद्र में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनेगी। देश के लोग अब बदलाव के पक्ष में हैं और 23 मई को यह होकर रहेगा। फिर 23 मई के बाद वे कर्नाटक सरकार को कैसे अस्थिर कर पाएंगे? हम बीजेपी के किसी विधायक को अपने पाले में लाने की कोशिश नहीं करने जा रहे, बल्कि 23 मई के बाद वे खुद कांग्रेस के पास आएंगे। स्वाभाविक तौर पर यह होने वाला है।’ आपको बता दें कि 7 चरणों में हो रहे लोकसभा चुनावों के नतीजे 23 मई को आएंगे।
कांग्रेस के कर्नाटक मामलों के प्रभारी महासचिव वेणुगोपाल ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब कांग्रेस नेता एवं राज्य सरकार में मंत्री बी जेड जमीर अहमद खान ने कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा सत्ता में आने का ‘दिवास्वप्न’ देख रहे हैं। जमीर ने दावा किया कि बीजेपी के करीब 10 विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं। आपको बता दें कि राजनीतिक हलकों में पहले से चर्चा है कि लोकसभा चुनावों के नतीजे यदि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के प्रतिकूल रहे, तो इसका असर राज्य सरकार के भविष्य पर पड़ सकता है। वहीं, येदियुरप्पा भी कह चुके हैं कि राज्य में उनकी पार्टी के लिए ‘माहौल’ है।