पणजी: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार पर गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मनोहर पर्रिकर के पुत्र ने आरोप लगाया है कि चुनावी लाभ के लिए वो उनके पिता के बारे में झूठी बातें कह रहे हैं। बता दें कि राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर पवार ने कहा था कि इस सौदे पर असहमति के बाद पर्रिकर ने रक्षा मंत्री का पद छोड़ दिया था।
राजनीति के मैदान में नए शामिल हुए पर्रिकर के बड़े बेटे उत्पल पर्रिकर ने कहा कि उनके पिता ईमानदार व्यक्ति थे और राफेल सौदे के 'मुख्य शिल्पकार' थे। उन्होंने पवार को लिखे एक पत्र में कहा, "आज वह हमारे बीच नहीं हैं, शायद इसीलिए आप उनके नाम का इस्तेमाल करते हुए झूठ बोलने की आजादी ले रहे हैं। यह भारतीय राजनीति में एक नया निम्न स्तर है। पवार साहब, एक वरिष्ठ और सम्मानित राजनेता होने के नाते भारत के लोग आपसे ऐसे बयान की उम्मीद नहीं कर रहे थे।"
पत्र की प्रति सोमवार को मीडिया के लिए जारी की गई। पवार ने रविवार को एक बयान में आरोप लगाया था कि पर्रिकर को राफेल सौदा 'स्वीकार्य नहीं था', इसीलिए उन्होंने रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। पर्रिकर 2014 से 2017 तक रक्षा मंत्री रहे जिस दौरान भारत और फ्रांस की सरकारों के बीच राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा तय हुआ।
उत्पल पर्रिकर ने पवार के बयान को 'राजनैतिक लाभ के लिए उनके पिता के नाम का इस्तेमाल कर सीधे सीधे झूठ' करार देते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण और असंवेदनशील करार दिया। उन्होंने परोक्ष रूप से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा गोवा में साल की शुरुआत में मनोहर पर्रिकर से की गई मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि उस मुलाकात का इस्तेमाल भी बाद में 'तुच्छ लाभों' के लिए किया गया।
उत्पल ने अपने पिता की बतौर मंत्री उपलब्धियों पर कहा, "उन्होंने कई ऐतिहासिक फैसले किए जिसके लिए वह हमेशा याद रखे जाएंगे। इनमें से एक राफेल का सौदा है जिसके वह मुख्य शिल्पकार थे।" उत्पल ने यह भी कहा कि पवार का बयान 'उस दुर्भावनापूर्ण भ्रामक सूचना अभियान का हिस्सा है जिसका मकसद शायद सशस्त्र बलों की मजबूती में बाधा पैदा करना है।'