कुर्सियांग (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को सैन्य अधिकारियों के प्रति एकजुटता जताई जिन्होंने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए सशस्त्र बलों के कथित इस्तेमाल पर आक्रोश जताते हुए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को पत्र लिखा है। साथ ही उन्होंने भाजपा नेतृत्व से कहा कि सैनिकों की शहादत और उपलब्धियों का उपयोग नहीं करे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी 100 का आंकड़ा नहीं पार कर पाएगी।
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की तरह वह सैनिकों के नाम पर वोट नहीं मांगतीं। ममता ने सेना के नाम का उपयोग कर वोट मांगने पर राष्ट्रपति कोविंद को लिखे पत्र में नाराजगी जताने वाले सैन्य अधिकारियों के साथ एकजुटता जताते हुए कहा, ‘‘पूर्व सैन्य प्रमुखों ने अपील की है कि सैनिकों के नाम का उपयोग राजनीतिक उद्देश्यों के लिए नहीं किया जाए। मैं उनके साथ हूं।’’
भाजपा विरोधी मोर्चा की महत्वपूर्ण नेता बनर्जी ने दावा किया कि वर्तमान लोकसभा चुनाव में भगवा दल को एक सौ सीटों का आंकड़ा पार करना भी कठिन हो जाएगा। कुर्सियांग में एक रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘हमें अपने सशस्त्र बलों पर बेहद गर्व है लेकिन मैं (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी की तरह सैनिकों की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कभी वोट नहीं मांगूंगी।’’
बनर्जी ने कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनावों में क्षेत्रीय दल अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम साथ मिलकर केंद्र में सरकार बनाएंगे।’’ उन्होंने दावा किया कि भाजपा के लिए लोकसभा में 100 सीट का आंकड़ा पार करना मुश्किल होगा। बनर्जी ने कहा, ‘‘भाजपा के लिए मौजूदा चुनावों में 100 लोकसभा सीट जीतना भी मुश्किल होगा।’’
कुर्सियांग के लिए अपनी विकास योजनाएं साझा करते हुए तृणमूल प्रमुख ने कहा कि उनकी सरकार शहर में विश्वविद्यालय और पर्यटक लॉज बनाएगी। मुख्यमंत्री ने भगवा पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि उन्होंने दार्जीलिंग सीट से ‘भूमिपुत्र’ को खड़ा किया है जबकि भाजपा ने मणिपुर के एक उम्मीदवार को उतारा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह दुखद है कि भाजपा को दार्जिलिंग से कोई उम्मीदवार नहीं मिल पाया, उसे चुनाव लड़ाने के लिए मणिपुर से किसी को लाना पड़ा।’’ पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं।