मुंबई: भाजपा की मौजूदा सांसद प्रीतम मुंडे और राकांपा के बजरंग सोनावने भले ही बीड लोकसभा सीट पर आमने-सामने हों लेकिन जमीन पर यह मुकाबला जिले की गार्जियन मंत्री पंकजा मुंडे और उनके चचेरे भाई और वरिष्ठ राकांपा नेता धनंजय मुंडे के बीच है।
धनंजय महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता हैं और पंकजा ग्रामीण विकास, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री हैं। मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप भी हैं। प्रीतम और पंकजा राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं। 2014 में इस सीट से गोपीनाथ मुंडे ने 1.36 लाख वोट से चुनाव जीता था। उनके खिलाफ मैदान में राकांपा के नेता सुरेश दास थे। लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद तीन जून, 2014 को मुंडे का निधन एक कार दुर्घटना में हो गया।
इसके बाद हुए उपचुनाव में प्रीतम मुंडे 6.96 लाख मत से चुनाव जीतकर लोकसभा सदस्य बनीं। लोकसभा चुनाव के इतिहास में यह सबसे बड़े अंतर की जीत थी। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार अशोकराव पाटिल को हराया था।
यहां मराठा और वंजारी समुदाय के करीब पांच-पांच लाख मतदाता हैं। इसके बाद मुस्लिम और दलित की मतदाताओं की संख्या क्रमश: करीब तीन लाख और दो लाख है। कड़े मुकाबले के बावजूद राकांपा को विश्वास है कि 23 मई को आने वाले परिणाम में उनके उम्मीदवार विपक्षी पार्टी के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं।
बीड लोकसभा सीट पर 19,57,132 मतदाता हैं। इनमें से 10,39,789 पुरुष हैं और 9,17,343 महिलाएं हैं।