इंदौर: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताजा टिप्पणी की निंदा करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने रविवार को कहा कि एक दिवंगत हस्ती के बारे में अनर्गल बयानबाजी के कारण वह एक गुजराती होने के नाते शर्मिंदा महसूस कर रहे हैं। पित्रोदा इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख हैं। उन्होंने इंदौर प्रेस क्लब में संवाददाताओं से कहा, "देश के मौजूदा प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बारे में कल जो अनर्गल टिप्पणी की, उससे मुझे बतौर गुजराती शर्म आती है। मैं भी उसी गुजरात से ताल्लुक रखता हूं जिस सूबे में महात्मा गांधी का जन्म हुआ था।"
राजीव के करीबी सलाहकार रहे 77 वर्षीय संचार तकनीक विशेषज्ञ ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, "मुझे यह देखकर बहुत दु:ख होता है कि गुजरात से आने वाले लोग इतना नीचे गिरकर एक दिवंगत हस्ती (राजीव गांधी) के बारे में इस कदर झूठ बोल सकते हैं।"
मोदी ने कल शनिवार को उत्तरप्रदेश में एक चुनावी रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमले के दौरान उनके दिवंगत पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लिए बगैर कहा था, "आपके पिताजी को आपके राज दरबारियों ने गाजे-बाजे के साथ मिस्टर क्लीन बना दिया था। लेकिन देखते ही देखते भ्रष्टाचारी नम्बर वन के रूप में उनका जीवनकाल समाप्त हो गया।"
चुनाव प्रचार के समय विवादास्पद बयानबाजी कर नियमों के कथित उल्लंघन के अलग-अलग मामलों में प्रधानमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को निर्वाचन आयोग द्वारा लगातार क्लीन चिट दिए जाने के सवाल पर पित्रोदा ने इस स्वायत्त संवैधानिक संस्था के प्रमुख को आत्म चिंतन की सलाह दी। उन्होंने कहा, "यह बात खुद चुनाव आयुक्त को सोचनी है कि वह देश के चुनाव आयुक्त हैं या वह किसी सियासी पार्टी की नुमाइंदगी करते हैं?"
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख ने सत्तारूढ़ भाजपा पर लोकतंत्र को हाईजैक करने का आरोप लगाते हुए कहा, "हम देख रहे हैं कि सरकारी संस्थानों पर कब्जा कर लिया गया है। इन संस्थानों के प्रमुख डरे हुए हैं।" पित्रोदा ने कहा, "पिछले पांच साल में मोदी सरकार ने भाजपा के चुनावी वादे नहीं निभाए। इस सरकार ने केवल झूठ बोला और कोई उल्लेखनीय काम नहीं किया। इसके बावजूद जब युवा विद्यार्थी मोदी से प्रभावित हो जाते हैं, तो हमें बड़ा अचरज होता है।"
उन्होंने एक सवाल पर कहा, "हां, बिल्कुल सच और वाजिब बात है कि यह हमारी कमजोरी है कि हम युवाओं तक अपनी बात नहीं पहुंचा पा रहे हैं। लेकिन हम भाजपा की तरह सोशल मीडिया पर झूठ फैलाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च नहीं कर सकते।"