नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में करीब आधे मंत्री ऐसे हैं जो देश के लोगों द्वारा सीधे तौर पर नहीं चुने गए हैं। सरकार के डेटा के अनुसार, मौजूदा 25 कैबिनेट मंत्रियों में से 12 ऐसे मंत्री हैं जो राज्यसभा के सदस्य हैं।
इनमें अरुण जेटली, सुरेश प्रभु, रविशंकर प्रसाद, जे.पी. नड्डा, चौधरी बीरेंद्र सिंह, थावर चंद गहलोत, स्मृति ईरानी, प्रकाश जावड़ेकर, धर्मेंद प्रधान, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नकवी शामिल हैं। इनमें से प्रसाद और ईरानी इस बार क्रमश: पटना साहेब और अमेठी से चुनाव मैदान में हैं।
इसके अलावा सात कनिष्ठ मंत्री के.जे. अल्फोंस, विजय गोयल, मनसुख मांडवीया, परषोत्तम रूपाला, रामदास अठावले और शिवप्रताप शुक्ला भी सरकार में शामिल हैं और राज्यसभा सदस्य हैं।
राजग सरकार के 2014 में सत्ता में आने के बाद उसकी पहली कैबिनेट में छह राज्यसभा सदस्य थे, जबकि संप्रग सरकार की 29 सदस्यीय कैबिनेट में आठ मंत्री ऐसे थे, जो राज्यसभा से थे।