खंडवा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर दवाब की राजनीति करने का रविवार को आरोप लगाया और आपातकाल की याद दिलाते हुए कहा कि खंडवा के सपूत किशोर कुमार के गानों का रेडियो से प्रसारण इसलिए बंद कर दिया गया था, क्योंकि वह आपातकाल के दवाब में नहीं आए थे। मध्य प्रदेश के खंडवा के छैगांव माखन में भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने आपातकाल से लेकर भोपाल गैस त्रासदी तक का जिक्र किया और कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने बगैर नाम लिए सैम पित्रोदा के 'हुआ तो हुआ' बयान का बार-बार जिक्र किया।
उन्होंने कहा, "भोपाल में हजारों लोगों को जहरीली गैस के हवाले कर दिया गया, कई पीढ़ियों को बर्बाद कर दिया गया, इस कांड के गुनहगार को सरकारी विमान से ले जाया गया। अगर उनसे पूछोगे कि हजारों लोगों को मरवा दिया तो यही कहेंगे, 'हुआ तो हुआ'। लोग मरे तो मरे, इनको तो इससे कोई लेना देना ही नहीं है।" उन्होंने आरोप लगाया, "2014 से पहले इनकी नीतियों और तुष्टिकरण के कारण आतंकवाद ने हजारों जानें ले लीं। आज ये कह रहे हैं कि 'हुआ तो हुआ'।"
ज्ञात हो कि 1984 के सिख दंगों में हजारों लोग मारे गए थे। इस घटना को लेकर सैम पित्रोदा का एक बयान आया था, जिसमें उन्होंने कहा था, "हुआ तो हुआ"। बाद में हालांकि पित्रोदा ने इसके लिए माफी मांग ली थी।
मोदी ने खंडवा में जन्मे पाश्र्वगायक किशोर कुमार को याद करते हुए कहा, "देश के मशहूर गायक किशोर कुमार का जब भी नाम आता था, लोग खंडवा का जिक्र जरूर करते थे। आपातकाल के दौरान वह दवाब में नहीं आए, आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने देश को जेलखाना बना दिया था। उनको मंजूर नहीं था, बदले में रेडियो पर उनके गानों पर रोक लगा दी थी, तब टीवी नहीं था। अगर कांग्रेस के लोगों से किशोर कुमार के गानों पर रोक लगाए जाने को लेकर अब सवाल पूछोगे तो जवाब मिलेगा, 'हुआ तो हुआ'।"
प्रधानमंत्री मोदी ने भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह का नाम लिए बगैर कहा, "जब पाकिस्तान के आतंकवादी हमला करते थे तो निर्दोषों को जेल में ठूस देते थे। हिदू आतंकवाद का कुतर्क गढ़ने के लिए हमारी महान परंपरा को बदनाम करने का गंभीर षड्यंत्र और वह भी सिर्फ वोट और वोट बैंक की राजनीति के लिए करते थे। उसी का जवाब उन्हें मिल रहा है, चाहे जितने भी हवन करा दें, कितने भी जनेऊ दिखा दें, भगवा ड्रेस भी सिलवा लें, लेकिन भगवा पर आतंक के जो दाग लगाने की जो कोशिश की है, साजिश की है, उस पाप से कांग्रेस और महामिलावटी नहीं बच पाएंगे।"
मोदी ने कांग्रेस को खोटी नियत का बताते हुए इस पार्टी से सतर्क रहने को कहा। उन्होंने राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "किसानों का 10 दिनों में कर्ज माफ करने का वादा किया गया था। यहां ढाई सीएम हैं, प्रशासन को पता ही नहीं चलता कि किसका आदेश मानना है। उद्योग के नाम पर तबादला उद्योग चल रहा है।"