पटना: बिहार में प्रथम चरण के लोकसभा चुनाव में चार सीटों- औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई में गुरुवार को मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। इसके साथ ही 44 प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम में कैद हो गई, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) प्रमुख राम विलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान, भाजपा के सुशील सिंह जैसे दिग्गज भी शामिल हैं।
प्रथम चरण में 53 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बिहार के प्रथम चरण के चुनाव के दौरान 53 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। गया संसदीय क्षेत्र में जहां सबसे अधिक 56 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, वहीं औरंगाबाद में 49.85 प्रतिशत, जमुई में 54 प्रतिशत और नवादा में 52.50 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मत दिए।
बिहार में महागठबंधन और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीधा मुकाबला माना जा रहा है। बिहार के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि शाम छह बजे तक इन चारों लोकसभा क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत औसतन करीब 53 प्रतिशत रहा। उन्होंने बताया कि जमुई और नवादा लोकसभा क्षेत्रों में मतदान के बहिष्कार की कुछ घटनाओं के अलावा पुलिस ने औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र संख्या नौ के समीप से एक केन बम सहित तीन बम बरामद किए। उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में सुरक्षा के मद्देनजर मतदान शाम चार बजे समाप्त हो गया था जबकि कई विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शाम छह बजे तक जारी रहा।
पिछले लोकसभ चुनाव के दौरान इन चार क्षेत्रों में 50.79 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। बिहार के औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई में हुए प्रथम चरण के मतदान में 70.66 लाख से ज्यादा मतदाताओं के लिए 7,486 मतदान केंद्र बनाए गए थे। सभी मतदान केंद्रों में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। कुछेक मतदान केंद्रों में छोटी घटनाओं को छोड़कर कहीं से बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
राज्य निर्वाचन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह से ही सभी क्षेत्रों में मतदान का कार्य शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। प्रारंभ में कुछ मतदान केंद्रों में ईवीएम खराब होने की सूचना मिली थी, जिसे बाद में दुरुस्त कर दिया गया। इन क्षेत्रों से कुल 44 प्रत्याशी चुनावी मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, एक-दो स्थानों पर छिटपुट घटना की खबरें आईं। नवादा लेाकसभा क्षेत्रों में हिसुआ विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर दो राजनीतिक गुटों में झड़प होने की सूचना है। पहले चरण के चुनाव को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। सभी मतदान केंद्रों पर अर्धसैनिक सैनिक बलों और बिहार सैन्य बल की तैनाती की गई थी।
उल्लेखनीय है कि बिहार के 40 लोकसभा सीटों के लिए सभी सात चरणों में मतदान होना है।