लखनऊ: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार रविवार शाम 6 बजे समाप्त हो गया। शुरुआती दो चरणों की तरह ही तीसरे चरण में भी सभी पार्टियों ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। इस चरण में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के साथ-साथ आजम खां, जया प्रदा, शिवपाल सिंह यादव, संतोष गंगवार और वरुण गांधी जैसे दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है।
तीसरे चरण में प्रदेश की कुल 10 लोकसभा सीटों मुरादाबाद, रामपुर, सम्भल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली और पीलीभीत के लिए आगामी 23 अप्रैल को मतदान होगा। वर्ष 2014 में इनमें से सात सीटों पर भाजपा ने कब्जा किया था। वहीं मैनपुरी, बदायूं और फिरोजाबाद सीटें सपा के खाते में गई थीं।
तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के दौरान कई तल्ख बयान सामने आए जिन पर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रामपुर से सपा उम्मीदवार आजम खां पर 72—72 घंटे और बसपा प्रमुख मायावती और सुलतानपुर से भाजपा उम्मीदवार एवं केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी पर 48—48 घंटे तक चुनाव सम्बन्धी किसी भी गतिविधि में हिस्सा लेने पर पाबंदी लगा दी। मुख्यमंत्री योगी पर 'अली-बजरंग बली' की टिप्पणी करने और आजम खां पर अपनी प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार जया प्रदा के बारे में अभद्र बयान देने के मामले में पाबंदी लगाई गई।
मायावती पर सहारनपुर (प्रथम चरण में हुए चुनाव) में एक समुदाय विशेष से वोट की अपील करने के आरोप में प्रतिबंध लगाया गया। वहीं, मेनका गांधी पर भी कुछ इसी तरह का बयान देने पर पाबंदी लगाई गई। तीसरे चरण के चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एटा और बरेली में चुनावी सभाएं की। वहीं केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह तथा कई अन्य मंत्री भी खासे सक्रिय रहे। दूसरी ओर, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बदायूं में चुनाव रैली को सम्बोधित किया।
सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के शीर्ष नेताओं ने मैनपुरी, रामपुर और फिरोजाबाद में संयुक्त चुनावी रैलियां कीं। सबसे ज्यादा चर्चा मैनपुरी की रैली की हुई, जब मायावती और मुलायम ने 25 साल के बाद ना सिर्फ मंच साझा किया, बल्कि एक-दूसरे की तारीफ भी की। तीसरे चरण में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव (मैनपुरी) के साथ-साथ आजम खां (रामपुर), उनकी प्रतिद्वंद्वी जया प्रदा, शिवपाल सिंह यादव (फिरोजाबाद), वरुण गांधी (पीलीभीत) और संतोष गंगवार (बरेली) जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है।
हालांकि तीसरे चरण में 10 सीटों पर मुख्य मुकाबला सपा-बसपा-रालोद गठबंधन और भाजपा के बीच ही होता दिख रहा है। मगर, कुछ सीटों पर कांग्रेस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी—लोहिया मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक तीसरे चरण में 95.5 लाख पुरुषों और 80.9 लाख महिलाओं समेत कुल एक करोड़ 76 लाख मतदाता कुल 120 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इस चरण के लिए कुल 20116 मतदान बूथ बनाए गए हैं।