भोपाल: मध्य प्रदेश के भोपाल संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ महाराष्ट्र के सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी रियाजुद्दीन देशमुख बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए हैं। रियाजुद्दीन हेमंत करकरे के सहयोगी पुलिस अधिकारी रह चुके हैं।
प्रज्ञा ने पिछले दिनों हेमंत करकरे की शहादत को अपने शाप का परिणाम बताया था। मालेगांव की एक मस्जिद पर जुम्मे के दिन आतंकवादी हमले में नाम आने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी करकरे ने प्रज्ञा के प्रति काफी सख्ती बरती थी।
करकरे के साथ काम करने वाले रियाजुद्दीन अब भोपाल संसदीय क्षेत्र से नामांकन दाखिल कर प्रज्ञा के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं। भोपाल में मतदान 12 मई को होगा।
रियाजुद्दीन ने 21 अप्रैल को अपनी फेसबुक वॉल पर लिखकर भोपाल से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। उसके बाद उन्होंने नामांकनपत्र दाखिल किया। संवीक्षा प्रक्रिया में उनका नामांकन वैध पाए जाने की खबर है।
एसीपी पद से सेवानिवृत्त हुए रियाजुद्दीन ने खुद के हेमंत करकरे के अधीन काम करने की बात साझा की है। उन्होंने विदर्भ क्षेत्र के अकोला जिले में बतौर उपनिरीक्षक हेमंत करकरे के अधीन रहकर काम किया था। वह मूलरूप से औरंगाबाद के नेहरू नगर के निवासी हैं और ऑनलाइन न्यूज ई-पेपर और चैनल भी चलाते हैं।