नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा राहुल गांधी द्वारा अपनी पारंपरिक लोकसभा सीट अमेठी पर हार स्वीकार किए जाने के बाद भाजपा नेता एवं इस सीट पर उनकी प्रतिद्वंद्वी स्मृति ईरानी ने हिन्दी के यशस्वी रचनाकार दुष्यंत की प्रसिद्ध पंक्ति का स्मरण किया, ‘‘कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता।’’
ईरानी ने ट्वीट कर दुष्यंत की इस पंक्ति को दोहराया।
अमेठी सीट पर लोकसभा मतगणना शुरू होने के बाद से ईरानी लगातार अपनी बढ़त बनाए हुए हैं। परिणाम घोषित होने से पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष गांधी ने अपनी हार को स्वीकार करते हुए ईरानी को इस सीट पर जीत के लिए बधाई दे दी।
गांधी की इस बधाई के बाद ही स्मृति ने दुष्यंत के इस मशहूर शेर की पंक्ति को ट्वीट किया। दुष्यंत का प्रेरणादायक यह पूरा शेर इस प्रकार है- ‘‘कौन कहता है कि आसमां में सुराख़ हो नही सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों।’’
गांधी इस बार केरल के वायनाड से भी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं और उनके कई लाख मतों के अंतर से इस सीट पर जीत दर्ज करने का रुझान है।
अमेठी में 2014 लोकसभा चुनाव में गांधी ने ईरानी को 1.07 लाख मतों के अंतर से हराया था।