कोलकाता: लोकसभा चुनावों के अंतर्गत 6 चरणों का मतदान हो चुका है और अब सिर्फ एक फेज की वोटिंग बाकी है। ऐसे में सभी पार्टियां बाकी बची सीटों पर अपना पूरा जोर लगा रही हैं। जहां तक पश्चिम बंगाल का सवाल है, तो भारतीय जनता पार्टी यहां अपना पूरा जोर लगा रही है, जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस एक बार फिर सूबे की अधिकांश सीटों पर कब्जा करने की कोशिश में है। यही वजह है कि दोनों पार्टियों में टकराव बढ़ता जा रहा है। ताजा घटना में ममता सरकार ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह को जाधवपुर और बरूईपुर में रोड शो और रैली करने के लिए हेलीकॉप्टर लैंड करने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है।
हेलीकॉप्टर लैंड करने की नहीं मिली इजाजत
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल प्रशासन ने जाधवपुर और बरूईपुर में अमित शाह का हेलीकॉप्टर लैंड करने की इजाजत नहीं दी है। भारतीय जनता पार्टी ने प्रशासन के इस फैसले पर असंतोष जताते हुए ममता सरकार पर निशाना साधा है। आपको बता दें कि बीजेपी ने हालिया दिनों में कई बार यह आरोप लगाया है कि ममता सूबे में तानाशाही रवैया अपना रही हैं। बीते कुछ दिनों में तृणमूल और बीजेपी के बीच तनाव इस हद तक बढ़ गया है कि दोनों ही दलों के नेता एक-दूसरे के ऊपर बेहद तल्ख टिप्पणियां कर रहे हैं। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा भी चरम पर है। यहां हर चरण के मतदान में हिंसा हुई है और बीजेपी के एक कार्यकर्ता की हत्या भी हो चुकी है।
‘प्रजातंत्र का थप्पड़’ और ‘स्पीड ब्रेकर दीदी’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे की सीएम ममता बनर्जी के बीच जुबानी जंग भी काफी तीखी हो चली है। प्रधानमंत्री के एक बयान के जवाब में ममता ने हाल ही में कहा था कि जब मोदी उन्हें सिंडिकेट कहते हैं तो उनका मन करता है कि वह उन्हें ‘प्रजातंत्र का थप्पड़’ मारें। ममता के इस बयान पर पलवार करते हुए मोदी ने उन्हें स्पीड ब्रेकर दीदी बताया था और कहा था कि मैं उनका सम्मान करता हूं इसलिए उनका थप्पड़ भी खा लूंगा। आपको बता दें कि अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर भी ममता और मोदी में सीधी जंग चल रही है।