लखनऊ: रविवार को लोकसभा चुनावों के अंतर्गत अंतिम चरण का मतदान खत्म होते ही विभिन्न राजनीतिक दल अपने-अपने समीकरण बिठाने में जुट गए हैं। हालांकि ज्यादातर एग्जिट पोल्स में बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA की स्पष्ट बहुमत वाली सरकार की भविष्यवाणी की जा रही है, लेकिन राजनीतिक दल कोई चांस नहीं लेना चाहते। यही वजह है कि विभिन्न विपक्षी दलों के बीच गठबंधन की अटकलें भी तेज हो गई हैं। हालांकि इन सबके बीच उत्तर प्रदेश से एक बड़ी खबर यह आ रही है कि बसपा सुप्रीमो मायावती सोमवार को दिल्ली नहीं जा रही हैं।
पहले आ रही थीं मुलाकात की खबरें
आपको बता दें कि इससे पहले खबरें आ रही थीं कि इससे पहले खबरें आ रही थीं कि बसपा सुप्रीमो दिल्ली में यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और तेलगूदेशम पार्टी के मुखिया एवं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से मिलेंगी। हालांकि पार्टी द्वारा साफ कर दिया गया है कि ऐसा कुछ भी नहीं है और मायावती आज दिल्ली नहीं जा रही हैं। इससे मालूम होता है कि माया चुनावी नतीजे आने से पहले अपने पत्ते नहीं खोलना चाहतीं और 23 के बाद ही आगे की रणनीति पर विचार करेंगी।
अखिलेश ने कहा, जरूरत पड़ी तो कांग्रेस के साथ
वहीं, उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सहयोगी समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश ने जरूरत पड़ने पर कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही है। अखिलेश ने रविवार को कहा कि गरीबों, किसानों, देश और भाईचारे की बात करने वाले दल कोशिश कर रहे हैं कि 23 मई के बाद देश को नया प्रधानमंत्री मिले। उन्होंने कहा कि इसके लिए चंद्रबाबू नायडू विपक्ष के सभी नेताओं से बात कर रहे हैं। अखिलेश ने उम्मीद जताई कि यूपी में महागठबंधन को सबसे ज्याद सीटें मिलेंगी और जरूरत पड़ने पर कांग्रेस को समर्थन दिया जाएगा।