नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को मात देने के लिए विपक्षी पार्टियों ने अपनी रणनीतियों पर जोर-शोर से काम करना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में महागठबंधन कर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहीं समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने कांग्रेस को भी साथ लेने में दिलचस्पी दिखाई है। कहा जा रहा है कि सपा-बसपा ने कांग्रेस को 9 सीटों का ऑफर दिया है, लेकिन राहुल गांधी के नेतृत्व वाली पार्टी को यूपी में 20 से कम सीटें मंजूर नहीं हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, विपक्षी दलों को लग रहा है कि पाकिस्तान के बालाकोट में वायुसेना द्वारा की गई हालिया एयर स्ट्राइक के बाद एक मजबूत नेता के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि पुख्ता हुई है। ऐसे में विपभी पार्टियों को लगता है कि आने वाले लोकसभा चुनावों में बीजेपी को इससे फायदा पहुंच सकता है। यही वजह है कि अब विपक्ष पहले से ज्यादा संगठित होने की कोशिश में है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में सपा 37 और बसपा 38 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले हैं।
उत्तर प्रदेश में महागठबंधन में सपा और बसपा के अलावा राष्ट्रीय लोकदल एवं कुछ अन्य छोटी पार्टियां भी शामिल हैं। वहीं, कांग्रेस का मानना है कि प्रियंका गांधी के आने के बाद उसकी स्थिति मजबूत हुई है और वह महागठबंधन में जाने की सूरत में अपने लिए सम्मानजनक सीटें चाहेगी। आपको बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने यूपी की 80 में से 71 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि 2 सीटें उसकी सहयोगी अपना दल ने जीती थीं। उन चुनावों में कांग्रेस को 2, सपा को 5 सीटों पर जीत मिली थी जबकि बसपा का खाता भी नहीं खुला था।