नई दिल्ली: गांधी परिवार का गढ़ रहा अमेठी आज कांग्रेस के लिए ढह गया है। उत्तर प्रदेश के नतीजों में सबसे बड़ा उलटफेर करते हुए स्मृति ईरानी ने अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हरा दिया है। स्मृति ईरानी की ये जीत इसलिए बहुत बडी है क्योंकि ये सीट कांग्रेस और गांधी परिवार का गढ़ रहा है। यहां से संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी के अलावा राहुल गांधी सांसद रहे हैं और अब इस सीट पर स्मृति की जीत की वजह से कमल खिल गया है।
स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को 54 हजार सात सौ 31 वोटों से हरा दिया। अमेठी में स्मृति ईरानी को कुल चार लाख 67 हजार पांच सौ 98 वोट मिले जबकि राहुल गांधी को चार लाख बारह हजार 8 सौ 67 वोट मिले।
जीत के बाद इंडिया टीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में स्मृति ईरानी ने कहा कि पिछले 5 सालों में नरेंद्र मोदी की सरकार ने अमेठी में जो काम किये है। उन कामों का नतीजा ही है कि आज अमेठी में कमल का फूल खिला है। स्मृति ने कहा कि 5 साल पहले उन्होंने अमेठी की जनता से वायदा किया था कि नतीजे चाहे जो भी हो वो उनके बीच में रहेंगीं। इन 5 सालों में उन्होंने सिर्फ उस वादे को ही निभाया है।
अमेठी सीट पर मतगणना शुरू होने के बाद से ही ईरानी लगातार अपनी बढ़त बनाए हुए थीं। वहीं परिणाम घोषित होने से पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष गांधी ने अपनी हार को स्वीकार करते हुए ईरानी को इस सीट पर जीत के लिए बधाई दे दी थी।
गांधी की इस बधाई के बाद स्मृति ने दुष्यंत की प्रसिद्ध पंक्ति को ट्वीट किया। दुष्यंत का प्रेरणादायक यह पूरा शेर इस प्रकार है- ‘‘कौन कहता है कि आसमां में सुराख़ हो नही सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों।’’
गांधी इस बार केरल के वायनाड से भी लोकसभा चुनाव लड़े हैं जहां से उन्होंने कई लाख मतों के अंतर से जीत दर्ज की है। अमेठी में 2014 लोकसभा चुनाव में गांधी ने ईरानी को 1.07 लाख मतों के अंतर से हराया था।