नयी दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से भाजपा और कांग्रेस से पैसे लेने लेकिन उनकी पार्टी (आप) को वोट देने के आरोपों पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेजे गए जवाब में कहा कि उनका आशय मतदाताओं को यह बताना था कि पैसों को लेकर बहकावे में न आएं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
दिल्ली भाजपा ने 29 अप्रैल को दायर एक शिकायत में आरोप लगाया था कि झुग्गियों में आम आदमी पार्टी (आप) पर्चे बांट कर लोगों से भाजपा और कांग्रेस से पैसे लेने लेकिन वोट उनकी पार्टी को देने की बात कह रही है। केजरीवाल ने भी गुरुवार को पूर्वी दिल्ली में एक रैली के दौरान ऐसा ही बयान दिया था।
आप सुप्रीमो ने गुरुवार शाम को दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेजे अपने जवाब में कहा कि उन्होंने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया। इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने कहा कि केजरीवाल ने अपने जवाब में कहा, ‘‘हम मतदाताओं को पैसे लेकर वोट देने के लिये बढ़ावा नहीं दे रहे हैं। हम सिर्फ लोगों को यह बता रहे हैं कि भले ही उन्हें रुपयों की पेशकश की जाए वो हमारी पार्टी को ही मत दें। आपको उन्हें उपकृत नहीं करना चाहिए जो आपको रुपये दे रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आप के संयोजक केजरीवाल के जवाब को चुनाव आयोग को अग्रसरित कर दिया है। भाजपा नेता विजेंदर गुप्ता ने अपनी शिकायत में यह आरोप भी लगाया कि केजरीवाल लोगों को भ्रमित कर रहे हैं और उनके दिमाग में यह भर रहे हैं कि भाजपा के लिये वोट करने पर उनकी झुग्गियां सुरक्षित नहीं रहेंगी।