कर्नाटक में कांग्रेस 20 और जेडीएस आठ सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी। कई हफ्तों तक इसे लेकर चली बातचीत में खींचतान के बाद राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन ने आगामी आम चुनावों के लिए सीट बंटवारे को बुधवार को अंतिम रूप दे दिया। जेडीएस ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और जेडीएस महासचिव दानिश अली के बीच केरल के कोच्चि में बुधवार शाम हुई बैठक में इस समझौते पर मुहर लगी।
जेडीएस उत्तर कन्नड, चिक्कमंगलूर, शिवमोगा, तुमकुर, हासन, मांडया, बेंगलुरू उत्तर और विजयपुर सीट से अपने उम्मीदवार उतारेगी। पार्टी ने अपने आधिकारिक टि्वटर हैंडल पर उन सीटों के नाम ट्वीट किए, जहां से वह चुनाव लड़ेगी। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस प्रमुख दिनेश गुंडु राव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। कांग्रेस 20 सीटों पर और जेडीएस आठ सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
गौरतलब है कि 2014 के आम चुनावों में जेडीएस ने हासन और मांडया लोकसभा सीट जीती थी। कांग्रेस ने नौ सीटें जबकि भाजपा ने 17 सीटें जीती थी। हालांकि, उपचुनाव में भाजपा बेल्लारी सीट कांग्रेस के हाथों गंवा बैठी।
राहुल और जेडीएस प्रमुख एचडी देवगौड़ा के बीच हाल ही में हुई एक बैठक में देवगौड़ा ने अपनी मांग में कटौती करते हुए कांग्रेस से उनकी पार्टी को 28 में से कम से कम 10 सीटें देने को कहा था। इससे पहले, जेडीएस ने 12 सीटें देने की मांग की थी।
उल्लेखनीय है कि 2018 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस और जेडीएस ने एक-दूसरे के खिलाफ लड़ा था। लेकिन चुनाव नतीजे में त्रिशंकु रहने पर दोनों दलों ने सरकार बनाने के लिए हाथ मिला लिया। जेडीएस को जो आठ सीटें मिली हैं उनमें हासन और मांडया अभी पार्टी के पास हैं, जबकि तुमकुर फिलहाल कांग्रेस के पास है। शेष पांच सीटों का प्रतिनिधित्व भाजपा कर रही है।
जेडीएस सूत्रों के मुताबिक, तुमकुर सीट उसे काफी सौदेबाजी के बाद मिली है। दरअसल, इस सीट से मौजूदा सांसद एवं कांग्रेस के एस पी मुद्दहनुमेगौडा टिकट चाहते थे।