नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को मात देने के लिए उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने गठबंधन कर लिया है। इन दोनो पार्टियों के गठबंधन के बाद क्या भाजपा को उत्तर प्रदेश में नुकसान होगा? क्या दोनो पार्टियों का गठबंधन उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है? इन्हीं सवालों पर India TV CNX ने ओपिनियन पोल किया है। ओपिनियन पोल के नतीजे काफी चौंकाने वाले हैं।
India TV CNX ने ओपिनियन पोल में उत्तर प्रदेश को 4 हिस्सों में बाटा है, ये चार हिस्से पश्चिमी उत्तर प्रदेश, अवध, पूर्वांचल और बुंदेलखंड हैं, सबसे पहले जानते हैं कि सपा और बसपा के गठबंधन के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर ओपिनियन पोल क्या कहता है।
ओपिनियन पोल के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी को गठबंधन के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नुकसान हो सकता है। गठबंधन से पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा को 16 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था लेकिन अब 12 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है।
गठबंधन का फायदा सपा और बसपा को होने का अनुमान है, गठबंधन से पहले सपा को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 6 सीटें मिलने का अनुमान था लेकिन अब 7 सीटें मिलने का अनुमान है, इसी तरह समाजवादी पार्टी को पहले 6 सीटें मिलने का अनुमान था लेकिन अब 9 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है।
कांग्रेस को पहले भी कोई सीट नहीं मिलने का अनुमान था और अब भी कोई सीट मिलने की उम्मीद नहीं है, हालांकि राष्ट्रीय लोकदल का पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अच्छी पकड़ है और गठबंधन से पहले उसे वहां पर 2 सीटें मिलने का अनुमान था और अब गठबंधन के बाद भी 2 सीटों का ही अनुमान है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बाद अब अवध की बात कर लेते हैं, ओपिनियन पोल के मुताबिक सपा और बसपा के गठबंधन से अवध में भी भाजपा को नुकसान होने का अनुमान है, अवध में 14 लोकसभा सीटें हैं और गठबंधन से पहले वहां भाजपा को 7 सीट मिलने का अनुमान था जो अब घटकर 3 सीटों का रह गया है।
अवध में बहुजन समाज पार्टी को गठबंधन से पहले 3 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था जो अब बढ़कर 4 सीटों का हो गया है और समाजवादी पार्टी को पहले 2 सीटें मिलने का अनुमान था जो अब 5 सीटों का हो गया है।
कांग्रेस की अमेठी और राय बरेली सीट भी अवध में ही आती हैं और ये दोनो सीटें कांग्रेस के खाते में जाने का अनुमान लगाया गया है।
बुंदेलखंड की बात करें तो वहां की 4 सीटों पर भाजपा को नुकसान हो सकता है, गठबंधन से पहले भाजपा को बुंदेलखंड में 1 सीट मिलने का अनुमान था और अब एक भी सीट नहीं मिलने का अनुमान है। इसी तरह बसपा को पहले वहां पर 1 सीट मिलने का अनुमान था और अब गठबंधन के बाद 2 सीटें मिलने का अनुमान है। समाजवादी पार्टी को बुंदेलखंड में गठबंधन से पहले 2 सीटें मिलने का अनुमान था और अब भी 2 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है।
अब बात करते हैं उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े हिस्से पूर्वांचल की जहां पर लोकसभा की 32 सीटें हैं, India TV CNX Opinion Poll के मुताबिक बसपा और सपा के गठबंधन से यहां भाजपा को नुकसान हो सकता है। गठबंधन से पहले पूर्वांचल में भाजपा को 16 सीट मिलने का अनुमान था जो अब घटकर 13 सीट रह गया है, वहीं बसपा को पहले 5 सीट मिलने का अनुमान था जो अब बढ़कर 7 सीट हो गया है। समाजवादी पार्टी को पहले पूर्वांचल में 10 सीट मिलने का अनुमान था लेकिन गठबंधन के बाद यह बढ़कर 11 सीट हो गया है। इसी तरह अपना दल को पहले भी यहां पर 1 सीट मिलने का अनुमान था और अब भी 1 सीट मिलने का अनुमान है।
कुल मिलाकर 2014 के लोकसभा चुनाव नतीजों की तुलना में इस बार भाजपा को उत्तर प्रदेश से 44 सीट का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है और यह 44 सीटें बसपा और सपा के बीच हुए गठबंधन को जा सकती हैं।