गुरुग्राम: गुरुग्राम से इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के उम्मीदवार वीरेंद्र राणा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सत्ता में वापस नहीं आना चाहिए, क्योंकि वह लोकसभा चुनाव जीतने के लिए भय का उपयोग कर रही है। इंडिया टीवी के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में वीरेंद्र राणा ने बताया कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही देश का विकास नही कर सकती। उन्होनें कहा कि वो हमारा जमीनी मुद्दों पर भी मुकाबला नही कर सकते इसलिए वो हमें 'लठ मार पार्टी' और 'गांववालों की पार्टी' कहते है।
वीरेंद्र राणा ने आगे कहा कि हरियाणा पिछले पांच सालों में तीन बार जल चुका है। सांप्रदायिक और धार्मिक के आधार पर पूरे देश में जो राजनीतिक खेल जा रहा है वो दुखद है। "अगर मैं भाजपा में होता या मेरा चीजों पर नियंत्रण होता तो मैं राष्ट्रीय राजधानी से शुरू करूंगा। कई बार, हवाई अड्डे से सेंट्रल दिल्ली पहुंचने में दो घंटे लगते हैं। कोई भी देश इन परिस्थितियों में भारत में निवेश नहीं करना चाहेगा।"
वीरेंद्र राणा वर्तमान चुनाव में सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक हैं- जिनकी कुल संपत्ति लगभग 100 करोड़ रुपये है। हालांकि, उनके पास कोई कार नहीं है। उन्होंने कहा, "मैं जमीनी स्तर से जुडा हुआ इंसान हूं। मैं अपने गांव में सभी को जानता हूं और उनके लिए काम करना चाहता हूं।" वीरेंद्र राणा ने आईएनएलडी नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसके पास एक विजन है।
वीरेंद्र राणा ने इंडिया टीवी से बातचीत में कहा कि मैं यह पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आईएनएलडी एकमात्र ऐसी पार्टी है जो गुरुग्राम और बाकि हरियाणा में विकास पर केंद्रित है। बीजेपी और कांग्रेस के विपरीत जो विकास के मुख्य मुद्दों से मीलों दूर रहे। आईएनएलडी ने अस्पतालों और कॉलेजों का निर्माण किया है।
वीरेंद्र राणा ने कहा, "समाज का हर वर्ग इन दिनों संघर्ष कर रहा है। किसानों से लेकर छात्रों तक हर किसी के साथ परेशानी हैं। उन्होने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में जीवन स्तर प्रत्येक बीतते दिन के साथ गिरता जा रहा है। पानी प्रदूषण, रोजगार अन्य बुनियादी मुद्दों पर ध्यान देने की गंभीर आवश्यकता है। यही कारण है कि मैं लोगों के लिए जीतना और काम करना चाहता हूं।” उन्होंने कहा कि "यदि उपयुक्त नीतियां लागू नहीं की जाती हैं, तो गुरुग्राम जीवन जीने के लिए उपयुक्त शहर नहीं रहेगा।"