नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि 2019 के चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश में गठबंधन में कांग्रेस को शामिल नहीं करने से भारतीय जनता पार्टी को फायदा होगा। उन्होंने आगाह किया कि कांग्रेस को राज्य में ‘बौना’ दिखाने के लिए सपा और बसपा का उसे महागठबंधन में शामिल न करना सही नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई भी कदम भविष्य के लिहाज से ‘अदूरदर्शी’ साबित होगा और इससे भाजपा को फायदा होगा।
‘साथ लड़कर जीतने पर हो पूरा ध्यान’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के मुद्दे में अभी ‘नहीं उलझने’ का संदेश दिया था और कहा था कि पूरा ध्यान ‘साथ लड़कर’ आम चुनाव जीतने पर होना चाहिए। खुर्शीद ने कहा कि यह ‘रणनीतिक’ लिहाज से सबसे बेहतर चीज थी जो कांग्रेस ने यह सुनिश्चित करने के लिए की कि भाजपा विपक्षी पार्टियों के बीच अंतर पैदा करने में कामयाब न हो जो महागठबंधन की दिशा में काम कर रही हैं।
‘राज्य में कांग्रेस को न नकारें पार्टियां’
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दो बार प्रमुख रहे खुर्शीद ने कहा कि पार्टियों को राज्य में कांग्रेस को नहीं नकारना चाहिए और यह जरूरी है कि वह 2019 चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मुकाबले के लिए सपा और बसपा के साथ गठबंधन में रहे। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को बहुत कम सीट दिए जाने या महागठबंधन से बाहर रखे जाने की चर्चा पर खुर्शीद ने कहा, ‘मुझे लगता है कि भविष्य के लिहाज से यह ठीक नहीं होगा।’
‘कांग्रेस को अलग करने से भाजपा को फायदा होगा’
खुर्शीद ने कहा, ‘मैं ऐसा इसलिए नहीं कह रहा हूं कि हम विपरीत विचार से फायदा उठाने के लिए खड़े हुए हैं बल्कि मेरा मानना है कि कांग्रेस को बाहर रखने या उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को बौना दिखाना दूरदर्शिता नहीं होगा।’ उन्होंने कहा कि अगर इस तरह का कुछ होता है तो इससे भाजपा को फायदा होगा। खुर्शीद ने कहा कि यह भी ध्यान में रखा जाना चाहिए कि कांग्रेस ने 2009 के लोकसभा चुनावों में राज्य में अच्छा प्रदर्शन किया था।