नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों के आखिरी दौर से पहले कांग्रेस के सीनियर नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर विवाद को जन्म दे दिया है। अय्यर ने इशारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर ‘नीच आदमी’ कहा है। दरअसल, एक वेबसाइट में लिखे अपने एक लेख में अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है। इस लेख में उन्होंने प्रधानमंत्री की शिक्षा पर भी सवाल उठाए हैं। अपने इस लेख के अंत में अय्यर ने पूछा है, 'याद है 7 दिसंबर 2017 को मैंने मोदी को क्या कहा था? क्या मैंने सही भविष्यवाणी नहीं की थी?'
दिसंबर 2017 में अय्यर ने दिया था विवादित बयान
दरअसल, 7 दिसंबर 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के एक कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर इशारों में जमकर निशाना साधा था और कहा था कांग्रेस ने एक परिवार को बढ़ाने के लिए बाबा साहेब के योगदान को दबाया। प्रधानमंत्री के इस बयान प प्रतिक्रिया देते हुए अय्यर ने मोदी को 'नीच' और 'असभ्य' का था। अय्यर ने कहा, 'मुझको लगता है कि यह बहुत नीच किस्म का आदमी है। इसमें कोई सभ्यता नहीं है और ऐसे मौके पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है?'
पीएम मोदी की शिक्षा पर भी उठाए सवाल
अय्यर ने अपने लेख में पीएम मोदी के रैलियों और इंटरव्यू में दिए गए बयानों का जिक्र करते हुए उनकी शिक्षा पर भी सवाल उठाए हैं। अय्यर ने भगवान गणेश की 'प्लास्टिक सर्जरी' और उड़नखटोलों को प्राचीन विमान बताने वाले उनके बयानों को 'अज्ञानता भरे दावे' कहा है। अय्यर ने मोदी के उस बयान पर भी निशाना साधा है जिसमें उन्होंने बालाकोट हमले के समय बादलों की आड़ का फायदा लेने की बात कही थी। अय्यर ने पीएम मोदी के द्वारा पूर्व प्रधानमंत्रियों राजीव गांधी और जवाहरलाल नेहरू पर दिए गए बयानों का जिक्र करके भी हमला बोला है।
अय्यर के बयान से कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला
इस बीच कांग्रेस ने अय्यर के बयान से पल्ला झाड़ लिया है। अय्यर के बयान से पाल्ला झाड़ते हुए कांग्रेस ने कहा है कि गलत बयान देने वालों पर अध्यक्ष राहुल गांधी कार्रवाई करते हैं। पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने संवाद का स्तर नीचे गिराया है।' आपको बता दें कि अय्यर के बयानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनावों में और उसके बाद गुजरात विधानसभा चुनावों में मुद्दा बना लिया था, और इन दोनों ही चुनावों में बीजेपी को जीत मिली थी।