नई दिल्ली: जैसे जैसे चुनावी माहौल गर्म हो रहा है वैसे वैसे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। दिलचस्प बात ये है कि राहुल के लिए मुसीबत बन रहे हैं उनके अपने ही बयान। लोकसभा चुनाव से पहले 'चौकीदार चोर है' का नारा इजाद करने वाले राहुल अब इसी चोर शब्द के फेर में फंस गए हैं। पहले एक बयान पर राहुल सुप्रीम कोर्ट में घिरे और अब विरोधियों ने भी राहुल को घेर लिया है। इस बार विवाद की वजह है राहुल का वो बयान जिसमें उन्होंने सभी मोदी को चोर बता डाला। इसे लेकर पीएम मोदी ने भी राहुल पर निशाना साधा तो राहुल के ख़िलाफ़ केस तक दर्ज हो गया है।
राहुल गांधी शायद उत्साह और अति उत्साह की उस बारीक लकीर को बार बार भूल जाते हैं जहां सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी। सियासत के शोर में शायद वो भूल जाते हैं कि क्या बोलना है, किसे बोलना है और कैसे बोलना है क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता तो उनकी असावधानी बीजेपी को बार-बार मौका नहीं देती। अभी सुप्रीम कोर्ट के कंधे पर 'चौकीदार चोर है' नाम की बंदूक रखकर चलाकर राहुल गांधी को बुरे फंसे ही थे कि अब उन्होंने नई मुसीबत मोल ली है। ये मुसीबत है सारे मोदी को एक ही तराजू में तौलने की।
10 अप्रैल को बिहार के कटिहार में 'चौकीदार चोर है' से एक कदम आगे बढ़ते हुए राहुल ने घोटालेबाज़ नीरव मोदी और ललित मोदी का नाम प्रधानमंत्री मोदी से जोड़ दिया था लेकिन इस बयान का एक हिस्सा राहुल के लिए नई आफत लेकर आया है। कटिहार में राहुल ने कहा, “एक बात बताओ, ये सब चोरों के नाम के आगे मोदी, मोदी, मोदी कैसे है?”
अब राहुल गांधी के लिए मुश्किल ये है कि उनके बयान से मोदी सरनेम का इस्तेमाल करने वाले पूरे समाज को ठेस लगी है। तभी तो मोदी जाति का अपमान करने के लिए राहुल के खिलाफ कोलकाता में केस दर्ज हो गया है तो सूरत की कोर्ट में बीजेपी के एक विधायक ने भी याचिका दायर कर दी है।
हालांकि राहुल गांधी के लिए मुसीबत सिर्फ़ इतनी नहीं है। सियासत की समझ रखने वाला हर शख़्स जानता है कि राहुल गांधी के वार को प्रधानमंत्री मोदी हथियार बनाना बखूबी जानते हैं। तभी तो पहले राहुल गांधी के 'चौकीदार चोर है' की मुहिम को मोदी ने चौकीदारों के अभिमान से जोड़ दिया और अब सारे मोदी के चोर बताने वाले राहुल गांधी के इस बयान को भी प्रधानमंत्री मोदी ने मुद्दा बना लिया है।
अब राहुल गांधी के ख़िलाफ़ मोदी जाति के सम्मान में पूरी बीजेपी मैदान में उतर आई है। सबसे ज़्यादा नाराज़ हैं बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी जिन्होंने राहुल के ख़िलाफ़ केस दर्ज कराने का फैसला तक कर लिया है। ये पहला मौका नहीं है जब राहुल गांधी अपने किसी बयान पर इस कदर घिर गए हों। राहुल गांधी को अब बताना होगा कि मोदी विरोध की भावना में आखिर वो कैसे इतना बह गए कि सारे मोदी को चोर बता डाला।