जालंधर: भाजपा के सबसे पुराने सहयोगियों में से एक शिरोमणि अकाली दल के नेता नरेश गुजराल ने खुद को यथार्थवादी बताते हुए कहा है कि इस चुनाव में किसी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा और जो भी प्रधानमंत्री बनेंगे, उन्हें स्वस्थ लोकतंत्र के लिए हर किसी को साथ लेकर चलना चाहिए। गुजराल ने कहा कि भाजपा को संभवत: पूर्ण बहुमत नहीं मिले लेकिन राजग को बहुमत मिल जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं ययार्थवादी हूं.. और मेरा मानना है कि किसी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा लेकिन राजग को आसानी से बहुमत मिल जाएगा और वह स्थायी सरकार बनाएगा।’’ यह पूछे जाने पर कि अगर भाजपा बहुमत से दूर रह जाती है तो गठबंधन का नेता कौन होगा, इस पर गुजराल ने कहा कि इस बारे में पार्टी को फैसला करना है कि उसके नेता कौन होंगे। गुजराल अभी शिअद से राज्यसभा सदस्य हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के पुत्र नरेश गुजराल ने कहा, ‘‘यह उनका विशेषाधिकार है... वह जिसे भी चुनते हैं, हमें कोई परेशानी नहीं होगी।’’ उन्होंने संकेत दिया कि भाजपा के बहुमत से दूर रहने की स्थिति में जो भी राजग का नेतृत्व करेंगे, उन्हें सहयोगियों को अधिक समायोजित करना होगा और यह लोकतंत्र के लिए स्वास्थकर होगा।
गुजराल ने देश में राजनीतिक बहस के गिरते स्तर पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि सभी नेताओं को यह समझने की जरूरत है कि वे दुश्मन नहीं, राजनीतिक विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि वह भाजपा और कांग्रेस दोनों से अपील करना चाहेंगे कि वे एक दूसरे के बारे में टिप्पणी करते हुए संयम बरतें। ‘‘भारत के लोग अपने नेताओं से एक दूसरे का सम्मान करने की उम्मीद करते हैं।’’
पंजाब में भाजपा-शिअद गठबंधन की संभावनाओं पर चर्चा करते हुए गुजराल ने भरोसा जताया कि राजग राज्य की 13 में से कम से कम आठ लोकसभा सीटें जीतेगा।