पटना: लोकसभा चुनाव को लेकर सीट बंटवारे को लेकर बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नीत महागठबंधन में हुई पहली बैठक से वामपंथियोंके बाहर रहने के बाद यहां चर्चाओं का दौर प्रारंभ हो गया है। हालांकि इसे राजद कोई बड़ी बात नहीं बता रही है। पटना में पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के आवास पर सोमवार की शाम हुई बैठक में महागठबंधन के सभी घटक दल शामिल रहे। बैठक में वाम दलों के नहीं पहुंचने पर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव सत्यनारायण सिंह ने मंगलवार को स्पष्ट कहा कि उन्हें इस बैठक की कोई सूचना नहीं दी गई। उन्होंने बेबाक कहा कि बिहार में महागठबंधन के लिए जो करना है या जो करेंगे वह राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ही करेंगे। उन्होंने कहा कि अभी तो महागठबंधन में कौन-कौन दल शमिल होंगे यही तय नहीं है, तो सीट बंटवारे की बात कहां है।
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराना सबसे मुख्य मुद्दा है।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के पहले महागठबंधन की पटना में सोमवार को पहली बैठक हुई, जिसमें सीट बंटवारे के साथ ही लोकसभा के चुनाव में राजग को सभी 40 सीटों पर हराने की रणनीति पर चर्चा की गई।
बैठक में मुख्य रूप से तेजस्वी यादव के अलावा हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी, रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा, कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और लोकतांत्रिक जनता दल के नेता अर्जुन राय, विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश साहनी और राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी, जगदानंद सिंह और शिवानंद तिवारी के अलावा कई अन्य नेता मौजूद थे।
इधर, राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने वामपंथी पार्टियों के इस बैठक में नहीं आने पर सफाई देते हुए कहा कि एक दिन में या एक ही साथ कोई गठबंधन आकार नहीं लेता है। सभी दल एक-एक करके मिलते हैं। वामपंथी दलों से अलग से बैठक कर बात करने की पूर्व से योजना है।
इधर, जद (यू) ने महागठबंधन की इस बैठक को ही फर्जी बता दिया। जद (यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि फर्जी का खेल शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में सीट बंटवारा होटवार जेल के कैदी नं 3351 राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को करना है और यहां लोग बैठक कर रहे हैं। यह फर्जी बैठक है।