नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में चुनाव अब भी मजहब पर लड़ा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्री हों या अखिलेश की पार्टी के नेता आज़म खान..इन सबके लिए मुद्दा सिर्फ एक है... मुसलमान। समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार आजम खान ने बजरंग बली को बजरंग अली कहते हुए नारे लगाए। उन्होंने कहा, 'बजरंग अली तोड़ दो दुश्मन की नली'।
80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश की 8 सीटों पर कल वोटिंग हुई और अब सवाल अब 72 सीटों का है। लिहाजा सियासी पार्टियों ने यूपी की सियासत के सबसे सटीक और सबसे कामयाब फॉर्मेूले को खुलकर आजमाना शुरू कर दिया है। ध्रुवीकरण की कढ़ाई में धर्म का तड़का लगाया गया और उसके बाद पूरे यूपी में मुसलमान-मुसलमान शुरू हो गया।
रामपुर में कुल 50.57 % मुस्लिम आबादी है जबकि 45.97% हिंदू आबादी है। मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने के बावजूद 2014 की मोदी लहर में बीजेपी के नेपाल सिंह ने सबको चौंकाते हुए जीत दर्ज की थी। लेकिन ये भी सच है कि 2014 में कांग्रेस, एसपी, बीएसपी सब अलग अलग लड़ी थी, अब साईकिल पर हाथी सवार है। इसीलिए आजम खान को अब बजरंग बली को बजरंग अली कहकर नारा लगाने में भी गुरेज नहीं है।