पटना: केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अश्विनी चौबे ने राजद नेता राबड़ी देवी के बिहार में राजग में दरार के दावों को खारिज करते हुए यह कहकर विवाद उत्पन्न कर दिया कि बेहतर होगा कि ‘‘वह घूंघट में रहें।’’ चौबे ने यह बयान बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री की ओर से किये गए इस दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिया कि नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद के नेतृत्व वाली राजद से अलग होने और राजग में वापसी के कुछ समय बाद राजद के साथ फिर से एक होने की बात की थी।
राबड़ी ने दावा किया कि पूर्व चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर कुमार के दूत के तौर पर पांच बार उनके पास आये थे और उन्होंने जदयू अध्यक्ष कुमार पर विश्वास नहीं होने के चलते उन्हें वापस कर दिया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि इससे संकेत मिलता है कि जदयू और भाजपा के बीच सब कुछ ठीक नहीं है।
केंद्रीय मंत्री चौबे सीतामढ़ी में प्रचार कर रहे थे और उनसे उनकी प्रतिक्रिया मांगी गई। इस पर उन्होंने कहा, ‘‘राजग में कोई दिक्कत नहीं है। मैं राबड़ी देवी के बारे में क्या कहूं? वह मेरी भाभी हैं। बेहतर होगा यदि वह घूंघट में रहें।’’ राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राबड़ी देवी ने एक वीडियो बयान जारी किया है जिसे उनकी पार्टी ने सोशल मीडिया पर प्रसारित किया है जिसमें उन्होंने चौबे से पूछा है कि क्या उनकी पुरुषवादी सोच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के अनुरूप है।
राबड़ी ने वीडियो में कहा, ‘‘चौबेजी आपको देश के लोगों को यह बताना चाहिए कि आपको महिलाओं के घूंघट से बाहर निकलने और सामाजिक जीवन में शामिल होने से क्या परेशानी है।’’