नई दिल्ली: भाजपा के सहयोगी एवं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने चुनाव अप्रैल-मई में आयोजित किए जाने के खिलाफ रविवार को कहा कि इस अवधि में अत्यंत गर्मी पड़ने के कारण यह समय चुनाव के लिए सही नहीं है। साथ ही उन्होंने राजनीतिक पार्टियों से चुनाव फरवरी या नवंबर में कराए जाने को लेकर सहमति बनाने को कहा।
इससे पहले सुबह बिहार के मुख्यमंत्री एवं जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने इतनी गर्मी में चुनाव को इतना लंबा खींचे जाने पर भी सवाल उठाए और सुझाव दिया कि आम चुनाव फरवरी-मार्च या अक्टूबर-नवंबर में दो या तीन चरणों में संपन्न होने चाहिए।
अपने ट्वीट में पासवान ने कहा कि आज कल लोग मतदान के बारे में बहुत जागरुक हैं लेकिन अप्रैल-मई लोकसभा या विधानसभा चुनावों के लिए उचित समय नहीं है क्योंकि इस समय गर्मी बहुत पड़ती है और मतदान प्रतिशत घट जाता है।
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता ने कहा, “चुनाव पश्चात नई सरकार का गठन होने के बाद सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को फरवरी या नवंबर में चुनाव कराने के बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए। इससे प्रचार में भी सुविधा होगी। लोग आराम से मतदान करेंगे जिससे मतदान प्रतिशत बढ़ेगा। इससे लोकतंत्र मजबूत होगा।’’ वहीं कुमार ने अपनी टिप्पणी में मतदान के दिनों में रखे गए अंतर के खिलाफ बोला।