नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने ब्लॉग के जरिए महागठबंधन पर करारा प्रहार किया है, उन्होंने अपने ब्लॉग में लिखा कि 2019 में मोदी और अराजकता की लड़ाई है, जनता समझदार है वो कभी अराजकता को नहीं चुनेगी, अरुण जेटली ने कहा कि इस बार का चुनाव प्रेसिडेंशियल इलेक्शन की तरह होगा जिसमें NDA 50 फीसदी वोट के लिए सीधी लड़ाई लड़ेगा, वित्त मंत्री ने पूछा कि अगर मोदी सरकार से लोग संतुष्ट ना होते तो विपक्ष में कभी इतनी खलबली ना मचती?
वित्त मंत्री ने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश के अधिकतर लोग संतुष्ट हैं, अगर ऐसा नहीं होता तो विपक्षी दलों को प्रधानमंत्री के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत नहीं पड़ती, उन्होने लिखा कि मौजूदा समय के सभी राजनेताओं में प्रधानमंत्री मोदी सबसे लोकप्रिय नेता हैं और ऐसे में अगर विपक्षी दल प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता को लेकर कोई एजेंडा बना रहे हैं तो भारतीय जनता पार्टी विपक्ष की इस रणनीति का स्वागत करते हैं।
अरुण जेटली ने कोलकाता में हुई तृणमूल कांग्रेस की रैली को लेकर भी टिप्पणी की, उन्होंने कहा कि यह एक एंटी मोदी रैली थी लेकिन साथ में यह एक एंटी राहुल रैली भी थी। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों की राजनीति से प्रधानमंत्री पद के चार दावेदार सामने आ रहे हैं, लेकिन कोलकाता की रैली में ममता बैनर्जी को छोड़ अन्य तीन दावेदार यानि राहुल गांधी, मायावती और के चंद्रशेखर राव मौजूद नहीं थे। उन्होंने कहा कि रैली के मंज पर दो तिहाई लोग ऐसे थे जो पहले भारतीय जनता पार्टी के साथ रह चुके हैं, रैली में एक भी ऐसा भाषण नहीं था जिसमें भविष्य के लिए सकारात्मक विचार दिए गए हों।