नई दिल्ली: बसपा प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को ऐलान किया कि बहुजन समाज पार्टी और जनसेना पार्टी आंध्रा प्रदेश और तेलंगाना में मिलकर लोकसभा चुनाव लडेंगे। मायावती ने कहा कि इस संबंध में सीट का बटवारा लगभग तय कर लिया गया है। बीएसपी के साथ गठबंधन के बाद जन सेना प्रमुख पवन कल्याण ने कहा कि ''हम अपने देश के प्रधानमंत्री के रूप में बहन जी मायावती जी को देखना चाहेंगे। यह हमारी प्रबल इच्छा है।
इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव के लिए भी पार्टी प्रत्याशियों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद उन्हें अन्तिम रूप दे दिया है जिस पर गठबंधन की समाजवादी पार्टी से विमर्श करके जारी किया जायेगा। पार्टी द्वारा बृहस्पतिवार को जारी एक बयान में कहा गया कि बसपा सुप्रीमो ने उत्तर प्रदेश में राज्य तथा मण्डल स्तर के वरिष्ठ पदाधिकारियों और पार्टी के जिम्मेदार लोगों की अहम बैठक में लोकसभा चुनाव के लिये पार्टी प्रत्याशियों के साथ-साथ अन्य जरूरी राजनीतिक एवं चुनावी मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श करने के बाद उन्हें अन्तिम रूप दे चुकी है। इसे गठबंधन की सहयोगी समाजवादी पार्टी से शीर्ष स्तर पर विचार विमर्श कर आगे गति प्रदान की जायेगी।
बयान में कहा गया है कि चुनावी तैयारियों के संबंध में प्राप्त फीडबैक के अनुसार बसपा और सपा नेतृत्व की अपील का काफी अच्छा प्रभाव जनता पर है तथा गठबंधन की तीनों पार्टियों के समर्थक एवं कार्यकर्ता मतभेद भुला कर अहंकारी और जातिवादी भाजपा को पराजित करने के लिये काम कर रहे हैं। बैठक में बसपा सुप्रीमो ने निर्देश दिया कि चुनाव आचार संहिता का पूरा सम्मान किया जाना चाहिये और आगामी 15 मार्च को बसपा के संस्थापक कांशीराम का जन्मदिन और 14 अप्रैल को डॉ भीमराव अम्बेडकर की जयंती शालीनता तथा सादगी के साथ घर पर ही मनाई जानी चाहिए।
मायावती ने कार्यकर्ताओं को सावधान करते हुये कहा ''यह नहीं भूलना चाहिए कि सत्ताधारी भाजपा अनेकों हथकण्डों का इस्तेमाल कर चुनाव जीतने में विश्वास रखती है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड और मध्य प्रदेश में बसपा-सपा गठबंधन विश्वसनीय विकल्प बनकर आगे बढ़ रहा है तथा अच्छे परिणाम आने की पूरी संभावना है। ई.वी.एम. पर भी खास ध्यान रखने की जरूरत है।''