इस प्रत्याशी ने सबसे कम वोटों से हासिल की जीत, बना दिया सबसे कम अंतर से जीतने का रिकॉर्ड
'हमें कई बार कहा गया कि कांग्रेस मुक्त होगा भारत लेकिन हमने...', जानें बंपर जीत के बाद क्या बोले मल्लिकार्जुन खड़गे
कर्नाटक चुनाव परिणाम: जानिए कांग्रेस की प्रचंड जीत के पीछे क्या रही बड़ी वजह, BJP कहां खा गई मात?
पीएम मोदी ने जिन इलाकों में प्रचार किया वहां बीजेपी कितनी कामयाब रही, जानें यहां
मैं कर्नाटक की जनता, मतदाताओं को सैल्यूट करती हूं और कांग्रेस पार्टी को जीत की बधाई देती हूं। अब छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के चुनाव हैं, यहां भी भाजपा को शिकस्त मिलेगी।
ललन सिंह ने शनिवार को कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे, जिसमें कांग्रेस 224 सीटों में से 136 सीटें जीतकर विजयी हुई है यह साबित करती है कि 'धार्मिक गुंडागर्दी' नहीं चलेगी।
कर्नाटक चुनाव में अपनी हार पर जगदीश शेट्टार ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होने कहा कि इस हार में धन-बल ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
ऐसा माना जा रहा है कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी के करीबी कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार राज्य के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं। बता दें कि 1989 के बाद पहली बार कांग्रेस को इतनी बंपर जीत मिली है।
कर्नाटक की जयानगर सीट पर भाजपा उम्मीदवार सी.के. राममूर्ति ने शनिवार को अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की सौम्या रेड्डी को मात्र 16 मतों के मामूली अंतर से मात दी है।
डीके शिवकुमार ने कहा कि व्यक्ति पूजा की कोई गुंजाइश नहीं है। पार्टी सर्वोच्च है। यह सिद्धारमैया या शिवकुमार की जीत नहीं है। यह वह परिणाम है जो भारत को एकजुट करेगा।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद, हिंदू संगठनों के सदस्यों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस के बाहर धरना दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
शिवकुमार ने कनकपुरा विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदान का 75 प्रतिशत हासिल करके जनता दल-सेक्युलर के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बी नागराजू को एक लाख से अधिक मतों से हराया। शिवकुमार को 1,41,117 मत मिले
बसवराज बोम्मई ने शनिवार देर शाम राजभवन जाकर राज्यपाल थावरचंद गहलोत से मिलकर अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चुनावों में पार्टी की हार की जिम्मेदारी पूरी तरह से मैं लेता हूं।
चुनाव आयोग के आंकड़ो के अनुसार गांधीनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार दिनेश गुंडू राव ने बीजेपी के अपने नजदीकी उम्मीदवार सप्तगिरी गौड़ा को बेहद ही कम वोटों से हराया है।
कांग्रेस के 13 और जनता दल (सेक्युलर) के तीन विधायकों ने 2019 में कर्नाटक विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था, जिससे एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस और जद (एस) की 14 महीने पुरानी गठबंधन सरकार गिर गई थी।
कर्नाटक में बीजेपी की शिकस्त के बाद कांग्रेस नेताओं ने बजरंगबली के दरबार में हाजिरी लगाना शुरू कर दिया है। आज शनिवार सुबह जहां हिमाचल प्रदेश में प्रियंका गांधी हनुमान मंदिर पहुंची थीं, तो वहीं अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी बजरंगबली का आशीर्वाद लेने पहुंचे।
कर्नाटक में कांग्रेस की जीत पर पार्टी के रिष्ठ नेता और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमें 35 साल बाद राज्य में इतना प्रचंड बहुमत मिला है, जिसे हमें हमेशा याद रखना चाहिए।
बीजेपी के पक्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमकर प्रचार किया। पीएम मोदी प्रचार के क्रम में राज्य के 19 जिलों में गए और पार्टी के पक्ष में धुआंधार प्रचार किया।
कर्नाटक का चुनाव परिणाम आ चुका है। प्रदेश में कांग्रेस पार्टी पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। यह चुनाव परिणाम कांग्रेस के लिए ऑक्सीजन का काम करेंगे। आइए इस लेख में जानते हैं कि कांग्रेस को कर्नाटक में इतनी बड़ी जीत की क्या बड़ी वजहें रहीं और बीजेपी कहां चूक गई।
2018 के विधानसभा चुनाव में इन 20 सीट में से कांग्रेस को सिर्फ 5 सीट पर ही जीत मिली थी। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं का यह भी मानना है कि 'भारत जोड़ो यात्रा' ने कर्नाटक में कांग्रेस के लिए 'संजीवनी' का काम किया और कार्यकर्ताओं में नया जोश पैदा किया, जो चुनावी जीत में मददगार रही।