नई दिल्ली: कर्नाटक में बी एस येदियुरप्पा को शपथ दिलाए जाने के बाद कांग्रेस ने आज कहा कि भाजपा नेता 'एक दिन के मुख्यमंत्री' हैं और राज्यपाल द्वारा 'संविधान का एनकाउंटर किए जाने' के विरोध में कल पूरे देश में 'प्रजातंत्र बचाओ दिवस' मनाया जाएगा। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, '' येदियुरप्पा एक दिन के मुख्यमंत्री साबित होंगे। उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि येद्दियुरप्पा द्वारा राज्यपाल को दिया गया पत्र कल साढ़े 10 बजे न्यायालय के समक्ष पेश किया जाए। येदियुरप्पा सिर्फ 104 विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा कैसे कर सकते हैं।''
उन्होंने आरोप लगाया कि 'एक दिन के मुख्यमंत्री' येदियुरप्पा भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ''वजुभाई ने लोकतंत्र के वजूद की दिनदहाड़े हत्या कर डाली। पहले नरेंद्र मोदी के लिए उन्होंने विधानसभा की सीट का त्याग किया था और कल संविधान और लोकतंत्र का त्याग कर दिया।'' सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ''राज्यपाल ने पहले सरकार बनाने का आमंत्रण दिया तो संविधान का एनकाउंटर शुरू किया था और आज एक अल्पमत वाली पार्टी के नेता को शपथ दिलाकर एनकाउंटर पूरा कर दिया।''
कांग्रेस ने आज भाजपा को चुनौती दी कि अगर उसके पास जादुई आंकड़ा है तो वह कल ही विधानसभा में बहुमत साबित करके दिखाए। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हम नरेंद्र मोदी, अमित शाह और येदियुरप्पा को चुनौती देते हैं कि आप कल ही विधानसभा में बहुमत साबित करिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने फैसला किया है कि कल पार्टी 'प्रजातंत्र बचाओ दिवस' मनाएगी। सभी जिला मुख्यालयों और राज्य मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। जनता को बताया जाएगा कि कर्नाटक में किस तरह से सत्ता के लालच में 'लोकतंत्र की हत्या' की गई है।
सुरजेवाला ने कहा कि इस देश में एक संविधान और एक ही कानून होगा। अगर सबसे बड़ी पार्टी का तर्क भाजपा के लोग दे रहे हैं तो सबसे पहले बिहार, गोवा और मणिपुर की सरकारों को इस्तीफा दे देना चाहिए। येदियुरप्पा को आज राज्यपाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। कल रात उच्चतम न्यायालय ने येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। राज्यपाल वजुभाई वाला ने कल येदियुरप्पा को सरकार बनाने का न्यौता दिया था। इसके बाद रात में ही कांग्रेस ने शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
गौरतलब है कि राज्य में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। ऐसे में प्रदेश की 224 सदस्यीय विधानसभा में 222 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा को 104, कांग्रेस को 78 और जद(एस) को 38 सीटें मिली हैं। फिलहाल, बहुमत के लिए जादुई आंकड़ा 112 है।