नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा चुनावों की तारीख नजदीक आने के साथ ही बीजेपी और कांग्रेस के बीच की सियासी जंग तीखी होती जा रही है। इसी कड़ी में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी यह झूठ बोलकर समाज में ‘घृणा’ फैला रहे हैं कि अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारक अधिनियम को खत्म किया जा रहा है। दरअसल, कर्नाटक के होलालकेरे में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कह दिया था कि एससी/एसटी ऐक्ट को रद्द कर दिया गया है।
फिलहाल ओडिशा का दौरा कर रहे शाह ने राहुल के इसी बयान को मुद्दा बनाया और ट्वीट के जरिए उनपर निशाना साधा। शाह ने अपने ट्वीट के साथ राहुल गांधी के भाषण का एक छोटा-सा वीडियो जारी किया जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष को रैली में यह कहते हुए सुना गया कि ‘देश में दलितों एवं आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहे हैं और एससी-एसटी अत्याचार रोकथाम कानून को समाप्त किया जा रहा है।’ राहुल ने कहा कि इसपर नरेंद्र मोदी जी एक शब्द नहीं बोल रहे हैं।
अमित शाह ने राहुल के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा, ‘झूठ और केवल झूठ। देखें कि किस प्रकार से काल्पनिक तौर पर राहुल गांधी ने एससी-एसटी कानून को लेकर समाज में घृणा फैलाने का काम किया है।’ उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट के हाल के एक फैसले पर दलित समूहों का कहना है कि इससे कानून कमजोर हुआ है और इसे लेकर देश के कई हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन भी हुआ। बहरहाल, सरकार ने इस फैसले पर पुनर्विचार याचिका दायर करते हुए विपक्षी दलों पर इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति का आरोप लगाया है।