कलबुर्गी (कर्नाटक): कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एन मल्लिकार्जुन खड़गे का दावा है कि 12 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव का परिणाम भाजपा को अपना तौर - तरीका बदलने का एक पाठ पढ़ाएगा। उनका मानना है कि इस चुनाव से भारतीय जनता पार्टी को संदेश मिलेगा कि आरएसएस की सलाह पर राजग की अगुवाई वाली पार्टियां जो भी कर रही हैं, लोग उसे स्वीकार नहीं करेंगे।
हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि इस चुनाव में कांग्रेस का मुद्दा विकास के इर्द-गिर्द सिमटा हुआ है लेकिन यह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा के खिलाफ एक ‘वैचारिक लड़ाई’ भी है जिसे लोगों का समर्थन मिल रहा है।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता खड़गे ने आरोप लगाया , ‘‘वे ( आरएसएस-भाजपा ) अपना एजेंडा लागू कर रहे हैं। विशेषकर कमजोर वर्ग, अल्पसंख्यक और गरीब तबका भाजपा और आरएसएस समर्थित सरकार के तहत असुरक्षित महसूस कर रहा है।’’ उन्होंने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव ना केवल राज्य हित के लिए बल्कि राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में भी ‘बहुत महत्वपूर्ण’ है।
खड़गे ने को बताया, ‘‘अगर आप भाजपा को यहां (कर्नाटक) शिकस्त नहीं देते हैं तो निश्चित रूप से वे लोकतंत्र को नष्ट कर देंगे। वे संविधान में बहुत कुछ बदलने और अल्पसंख्यकों के खिलाफ ‘हिंदुत्व’ की भी बात कर रहे हैं। (भाजपा के) इन तर्कों को लोग स्वीकार नहीं करेंगे।’’
कुछ चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में त्रिशंकु विधानसभा की आशंका जताते जाने पर उन्होंने कहा कि इन सर्वेक्षणों का अनुमान उनके संदर्भ के शर्तों और उनके अपने मानकों पर निर्भर करता है। खड़गे ने कहा कि कर्नाटक विकास, कानून और व्यवस्था, निवेश और रोजगार देने के मोर्चे पर ‘आगे’ है और ऐसे में सत्तारूढ़ पाटी कांग्रेस चुनाव में भी आगे रहेगी।
उन्होंने भाजपा की अगुवाई वाली राजग सरकार पर चुनावी वादों को पूरा नहीं करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा , ‘‘यह चुनाव उन्हें तरीका बदलने और संवैधानिक व्यवस्था के तहत काम करने का पाठ पढ़ाएगा।’’ खड़गे ने विश्वास जताया, ‘‘मुझे नहीं लगता कि जनता हमें निराश करेगी।’’