नई दिल्ली: कर्नाटक में आज विधानसभा चुनाव का मतदान होना है लेकिन आज की वोटिंग पर बारिश का असर पड़ सकता है। मौसम विभाग ने कुछ इलाकों में बारिश के आसार जताए हैं और माना जा रहा है कि अगर ज्यादा बारिश हो गई तो इसका असर चुनाव नतीजों पर भी पड़ सकता है। इन बूंदों ने राजनीतिक दलों की चिंता बढ़ा दी है और पार्टी अलाकमानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं। नेताओं को डर है कि कहीं बारिश की वजह से वोटर घर में ही ना बैठा रह जाए और उनके वोटों पर पानी ना फिर जाए। बारिश हुई तो हर बूथ पर वोटर की परीक्षा होगी और जिस पार्टी का वोटर इस परीक्षा में पास होगा उसी पार्टी की चुनावी नैया पार हो पाएगी।
कर्नाटक के कई इलाकों में कल शाम छह बजे बारिश शुरू हुई। राजधानी बेंगलुरू में करीब एक घंटे बादल जमकर बरसे। बारिश की वजह से कुछ इलाकों में सड़कों पर पानी भी भर गया। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक आज भी कुछ इलाकों में बारिश के आसार हैं और इसका सबसे ज्यादा असर दक्षिणी कर्नाटक पर पड़ सकता है। बेंगलुरू मेट्रोलॉजिकल सेंटर के डायरेक्टर सी एस पाटिल ने कहा, “हम कुछ जगहों पर हल्की या मध्यम बारिश की उम्मीद कर रहे हैं। 50 फीसदी इलाके में बारिश हो रही है। दक्षिणी कर्नाटक में भारी बारिश के आसार ज्यादा हैं। आम तौर पर हम शाम में या रात में बारिश की उम्मीद करते हैं। दिन में भी बारिश हो सकती है लेकिन इसके आसार कम हैं।“
मौसम विभाग दक्षिणी भारत में ज्यादा बारिश के आसार बता रहा है और अगर ऐसा हुआ तो बीजेपी को इसका थोड़ा फायदा मिल सकता है। दक्षिणी कर्नाटक यानी ओल्ड मैसूर के 7 जिलों में कुल 57 विधानसभा सीटें हैं। यहां सबसे ज्यादा वोक्कालिगा और कोरबा समुदाय के लोग हैं। देवगौड़ा वोक्कालिगा हैं जबकि सिद्धरामैया कोरबा समुदाय से हैं। दक्षिणी कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस ताक़तवर हैं जबकि बीजेपी यहां ज्यादा मजबूत नहीं रही है। अब अगर आज बारिश हुई और कांग्रेस-जेडीएस के वोटर बाहर नहीं निकले लेकिन बीजेपी के ज्यादा से ज्यादा वोटर बूथ तक पहुंच गए तो बीजेपी को इसका फायदा हो सकता है। कर्माटक में बारिश का डर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को कितना सता रहा है इसका अंदाजा राहुल के ट्वीट से लगाया जा सकता है।
राहुल ने ट्वीट किया है, “मैं कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वो कर्नाटक में भारी बारिश से प्रभावित लोगों को सभी संभावित मदद प्रदान करें। हमारी पोलिंग बूथ टीम अलर्ट रहे और उन मतदाताओं की मदद करें जिन्हें पोलिंग बूथ पर पहुंचने में दिक्कतें हो रही हों।“ राहुल गांधी बारिश को लेकर इतनी चिंता में क्यों हैं, वो अपने कार्यकर्ताओं से मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक पहुंचाने की अपील क्यों कर रहे हैं इसको समझने के लिए आपको कुछ आंकड़ों पर नज़र डालनी होगी।
पिछले विधानसभा चुनाव में दक्षिणी कर्नाटक में कांग्रेस को 27 सीटें मिली थीं। जेडीएस भी 25 सीटें जीतने में कामयाब हो गई थी वहीं बीजेपी को सिर्फ 3 सीटों से संतोष करना पड़ा था। 2014 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 42 फीसदी वोट मिले जबकि मोदी लहर के बावजूद बीजेपी को सिर्फ 24 फीसदी वोट मिले थे। राहुल को अब डर सता रहा है कि आज दक्षिणी भारत में बारिश हुई तो उसका असर उनके वोट शेयर पर पड़ सकता है।