नई दिल्ली: कर्नाटक चुनाव में अब एक महीने से भी कम का समय रह गया है। जहां कांग्रेस करीब करीब सारे उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है तो वहीं बीजेपी की भी दूसरी लिस्ट सोमवार को जारी कर दी गई। वहीं राज्य में तीसरी प्रमुख पार्टी जनता दल सेक्युलर के पक्ष में हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी खड़े होते दिखाई दे रहे हैं। ओवैसी की अगुवाई वाली ऑल इंडिया मज्लिस - ए - इतेहदुल मुसलिमीन ( एआईएमआईएम ) ने कर्नाटक चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा नीत जद ( एस ) को समर्थन देने का एलान किया। कर्नाटक में 12 मई को विधानसभा चुनाव होने हैं। पार्टी अध्यक्ष ओवैसी ने कहा कि "विचार - विमर्श और सलाह मशविरे" के बाद पार्टी ने जद ( एस ) को समर्थन देने का फैसला किया है।
इससे पहले पार्टी ने खुद के उम्मीदवार उतारने का संकेत दिया था। ओवैसी ने कहा, "पूरी कोशिश की जाएगी कि जद ( एस ) अधिकतम संख्या में सीटें जीतें। ( एचडी ) कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनना चाहिए और देवगौड़ा नीत पार्टी का शासन कर्नाटक में होना चाहिए।" कुमारस्वामी देवगौड़ा के बेटे हैं और जद ( एस ) की कर्नाटक इकाई के प्रमुख हैं। ओवैसी के मुताबिक , उनकी पार्टी का मानना है कि दोनों राष्ट्रीय पार्टियां भाजपा और कांग्रेस कर्नाटक के लोगों की आकांक्षाओं और उम्मीदों पर खरी उतरने में नाकाम रही हैं। इसलिए उन्होंने जद ( एस ) को पूरी तरह से समर्थन करने का फैसला किया। उन्होंने कहा, ''हम अपने उम्मीदवार नहीं उतारेंगे।
हैदराबाद से सांसद ने कहा कि उन्होंने पहले ही कुमारस्वामी से बात कर ली है और जद ( एस ) को अपनी पार्टी के समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वह और एआईएमआईएम के अन्य सदस्य जद ( एस ) के लिए समर्थन हासिल करने के लिए जनसभाएं करेंगे। ओवैसी ने कहा कि यह कर्नाटक और देश के हित में है कि कर्नाटक और केंद्र में गैर कांग्रेसी और गैर भाजपाई सरकारें बनें। एआईएमआईएम के तेलंगाना विधानसभा में सात सदस्य हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने पिछले हफ्ते बेंगलुरू की अपनी यात्रा के दौरान संघीय मोर्चे के गठन के प्रस्ताव पर जद ( एस ) से समर्थन मांगा था और जद ( एस ) को अपनी पार्टी की हिमायत का का ऐलान किया था। कर्नाटक में 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस , भाजपा और जद ( एस ) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। चुनाव के नतीजे 15 मई को घोषित किए जाएंगे।