बेंगलुरु: कर्नाटक में एक नाटकीय घटनाक्रम में कांग्रेस विधायक शिवराम हेब्बार ने आज उस ऑडियो को फर्जी करार दिया जिसमें कथित तौर पर भाजपा नेता विधानसभा में शक्ति परीक्षण के दौरान क्रॉस वोटिंग के लिए उन्हें धन और मंत्री पद की पेशकश करते सुनाई देते हैं।
शक्ति परीक्षण के मद्देनजर कांग्रेस ने तीन ऑडियो जारी किए थे और दावा किया था कि पार्टी विधायकों को भाजपा नेताओं ने ‘‘खरीदने’’ की कोशिश की जिससे कि बीएस येदियुरप्पा सरकार बचाई जा सके। कांग्रेस द्वारा जारी किए गए इन तीन ऑडियो टेप में से एक में कथित तौर पर हेब्बार की पत्नी और और भाजपा नेताओं के बीच संवाद होने की बात कही गई थी जिसमें भाजपा के पक्ष में मतदान करने के बदले कथित तौर पर धन और मंत्री पद देने की पेशकश की गई।
हेब्बार ने हालांकि आज कन्नड़ भाषा में किए गए अपने फेसबुक पोस्ट में ऑडियो की प्रामाणिकता पर सवाल उठाया और कहा कि उनकी पत्नी के पास इस तरह का कोई फोन नहीं आया। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी पत्नी की आवाज नहीं है और उन्हें इस तरह का कोई फोन नहीं आया। ऑडियो टेप फर्जी है। मैं इसकी निन्दा करता हूं।’’ कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन वह बहुमत से आठ सीट दूर रही थी। राज्यपाल वजुभाई वाला ने येदियुरप्पा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था जिन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
शक्ति परीक्षण से पहले कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि भाजपा उसके विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश कर रही है और उसने अपने आरोपों के समर्थन में तीन ऑडियो टेप जारी किए थे। सवालों के घेरे में आए ऑडियो टेप में बीएस येदियुरप्पा के पुत्र बी वाई विजयेंद्र और उनके करीबी मित्र बी जे पुत्तुस्वामी कथित तौर पर हेब्बार की पत्नी से बात करते और भाजपा के पक्ष में मतदान पर उनके पति को धन तथा मंत्री पद देने की पेशकश करते सुनाई देते हैं।
विजयेंद्र और पुत्तुस्वामी कथित तौर पर भाजपा के पक्ष में मतदान के बदले मंत्री पद के बिना 15 करोड़ रुपये या कैबिनेट मंत्री पद के साथ पांच करोड़ रुपये देने की पेशकश करते भी सुनाई देते हैं। वे कथित तौर पर यह कहते भी सुनाई देते हैं कि खनन घोटाले में मुकदमे का सामना कर रहे उनके बेटे और पत्नी के खिलाफ मामलों को वापस ले लिया जाएगा।
येदियुरप्पा ने 19 मई को शक्ति परीक्षण से पहले ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के कर्नाटक चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने ऑडियो टेपों को फर्जी बताया था। उन्होंने कहा था कि भाजपा को सरकार बनाने से रोकने के लिए कांग्रेस फर्जी ऑडियो क्लिप जारी कर रही है।