नई दिल्ली: कर्नाटक की जंग में किसकी जीत होगी और किसकी हार...ये तो 12 मई को ईवीएम में बंद होगा लेकिन कर्नाटक की जनता का मूड क्या है? आज इसी कर्नाटक चुनाव को लेकर इंडिया टीवी आपके लिए खास लेकर आया है 'फाइनल ओपिनियन पोल'। कर्नाटक में सियासी संग्राम अब अंतिम दौर में पहुंच चुका है और चुनाव होने में कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में सबके दिमाग में एक ही सवाल घूम रहा है कि इस राज्य में सत्ता किस पार्टी को नसीब होगी। इसी का एक अंदाजा आपको देने के लिए हम आपके सामने लेकर आए हैं फाइनल ओपिनियन पोल। देखें, क्या कहते हैं आंकड़े:
- INDIA TV पर दिखाए गए फाइनल ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को 85 सीटें, कांग्रेस को 96 सीटें, जेडीएस+ को 38 सीटें, अन्य को 4 सीटें मिलने का अनुमान है
- VMR के ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को 89 सीटें, कांग्रेस को 91 सीटें, जेडीएस+ को 40 सीटें और अन्य को 4 सीटें मिलने का अनुमान है
- कार्वी के ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को 82 सीटें, कांग्रेस को 96 सीटें, जेडीएस+ को 38 सीटें और अन्य को 8 सीटें मिलने का अनुमान है
- CSDS के ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को 84 सीटें, कांग्रेस को 97 सीटें, जेडीएस+ को 37 सीटें और अन्य को 4 सीटें मिलने का अनुमान है
- C-फोर के ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को 68 सीटें, कांग्रेस को 123 सीटें, जेडीएस+ को 32 सीटें और अन्य को 1 सीट मिलने का अनुमान है
- सुवर्णा के ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को 102 सीटें, कांग्रेस को 72 सीटें, जेडीएस+ को 44 सीटें और अन्य को 4 सीटें मिलने का अनुमान है
सियासत की घनघोर गर्जना, नेताओं के तूफानी दौरे और दक्षिण के द्वार पर कब्जे के लिए दिग्गजों की दहाड़ पर वोटर के मिज़ाज को परखने का फाइनल वक्त आ चुका है। हेलीकॉप्टर से लेकर साइकिल-बैलगाड़ी तक और सड़कों से लेकर मठ-मंदिरों तक की परिक्रमा के बाद किसको क्या हासिल होने वाला है, इसके फैसले का वक्त आ चुका है।
लाउड-स्पीकरों का शोर थमने वाला है, कर्नाटक में वोटिंग का काउंटडाउन शुरू हो चुका है, चंद घंटे बाद मतदान होगा और जब 15 तारीख को नतीजे आएंगे तो ये तय हो जाएगा कि कौन बनेगा किंग...कौन होगा किंगमेकर? दक्षिण के द्वार...किसकी बनेगी सरकार? क्या मोदी जीतेंगे कर्नाटक का किला? या कांग्रेस बचा लेगी सूबे की सत्ता?
कौन जीतेगा दक्षिण का दंगल?
प्रचार का शोर उफान पर है, वादे-इरादे, मुद्दे, वार-पलटवार और एक दूसरे से जुबानी टक्कर की तीव्रता बढ़ती जा रही है। सीधा मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस में है। लिहाज़ा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह कांग्रेस को दक्षिण से भी उखाड़ फेंकने पर आमादा हैं। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर्नाटक का किला बचाकर अपने नए नवेले अध्यक्षीय करियर की सबसे मुश्किल अग्निपरीक्षा से गुजर रहे हैं।
सबको अपनी जीत का यकीन है लेकिन कर्नाटक के वोटरों का मिज़ाज आखिर क्या कहता है? किसकी हवा बह रही है? कौन है बाज़ीगर, कौन पलट सकता है बाज़ी और कौन बनने वाला है गेमचेंजर?