विजयपुरा(कर्नाटक): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कर्नाटक चुनाव को लेकर यहां मंगलवार को एक-दूसरे पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने जहां उनपर और उनके बेटे व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर 'राजवंश' बचाने के लिए कांग्रेस को बर्बाद करने का आरोप लगाया, तो वहीं सोनिया ने कहा कि 'केवल भाषणों से भूखे लोगों के पेट नहीं भर सकते।' कांटे के इस चुनावी मुकाबले में दोनों नेताओं ने कुछ ही घंटों के अंतराल पर इस जिले में चुनावी रैलियों को संबोधित किया, जिससे राजनीति का पारा चढ़ गया।
सोनिया गांधी ने दो वर्षो के बाद यहां पहली चुनावी रैली को संबोधित किया। दोनों नेताओं ने 12वीं शताब्दी के समाज सुधारक और दार्शनिक भगवान बासवेश्वरा से जुड़े जिले में रैलियों को संबोधित किया। बासवेश्वरा ने लिंगायत धर्म की नींव रखी थी। दोनों पार्टियां इस समुदाय को रिझाने के लिए काफी जोर लगा रही हैं।
मोदी ने अपराह्न् में रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि उनकी पार्टी राजवंश बचाने के कारण बर्बाद हो गई। उन्होंने कहा, "एक बात स्पष्ट है कि राजवंश के आगे बढ़ने से कांग्रेस बर्बाद हो गई, आज उस राजवंश को बचाने के लिए, कांग्रेस पार्टी बर्बाद होती जा रही है।"
सोनिया ने शाम में रैली को संबोधित करते हुए मोदी पर गलतबयानी करने और स्वतंत्रता सेनानियों का इस्तेमाल अपने राजनीतिक हित के लिए करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मोदी एक अच्छे वक्ता हो सकते हैं, लेकिन केवल भाषणों से लोगों की समस्याएं हल नहीं हो सकतीं।
पीएम मोदी ने सत्तारूढ़ सिद्धारमैया सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सरकार में एक भी ऐसा मंत्री नहीं है, 'जिसने भ्रष्टाचार के आरोप न झेला हो।' कांग्रेस सरकार द्वारा लिंगायत समुदाय को अल्पसंख्यक समुदाय का दर्जा देने के कदम को मोदी ने समुदाय को बांटकर वोट प्राप्त करने का कदम बताया।
पीएम मोदी ने कहा, "भगवान बासवेश्वरा का संदेश था कि सभी को साथ लेकर चलना है। कांग्रेस सरकार समुदाय, जाति और मतदाताओं को बांट रही है..एक-दूसरे के विरुद्ध फूट डालो और शासन करो। वे लोग अपनी कुर्सी बचाना चाहते हैं। लेकिन कांग्रेस सरकार यह नहीं जानती कि यह बासवेश्वरा की भूमि है। यह समुदायों में नहीं बटने वाली और भाइयों में बंटवारों को स्वीकार नहीं करेगी। वे लोग कांग्रेस को हटा देंगे, लेकिन जातीयता के जहर को फैलने की इजाजत नहीं देंगे।"उन्होंने कांग्रेस पर महिला सुरक्षा के मुद्दे पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि बेटी, बेटी है चाहे वह किसी भी समुदाय की हो।
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ऐसी स्थिति में है कि उसे अपने नामदार नेता पर विश्वास नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने सोमवार को कांग्रेस के एक नेता का साक्षात्कार देखा, जो कह रहे हैं कि पुत्र(कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी) 'कुछ भी करने में सक्षम नहीं हैं।' उन्होंने कहा, "अगर आप मां(सोनिया) को कर्नाटक लाएंगे और वह कुछ करती हैं तो हो सकता है कि जमानत बचाया जा सके। कांग्रेस नेताओं ने यह कहना शुरू कर दिया है।"
सोनिया ने कहा मोदी "जहां भी जाते हैं, गलत बोलते हैं।" उन्होंने पीएम मोदी पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए कहा कि "वह राजनीतिक फायदे के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों तक का इस्तेमाल करते हैं। क्या यह प्रधानमंत्री का व्यवहार है। क्या आपने इससे पहले ऐसा कोई प्रधानमंत्री देखा है, जो हवा में बातें करता है और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चुप रहता है और उसपर एक शब्द भी नहीं बोलता।"
उन्होंने कहा कि मोदी एक अच्छे वक्ता हो सकते हैं, लेकिन केवल भाषणों से लोगों की परेशानियों हल नहीं हो सकतीं। उन्होंने कहा, "उन्हें अपनी वाकपटुता पर गर्व है। अगर उनकी वाकपटुता से गरीबों का पेट भरता है, तो उन्हें अवश्य ही और ज्यादा बोलना चाहिए। भाषणों से भूखे लोगों के पेट नहीं भर सकते। भाषणों से महिलाओं को सशक्त नहीं बना सकते, बीमारियों से ग्रस्त लोगों का उपचार नहीं कर सकते, रोजगार पैदा नहीं कर सकते। इन सबके लिए आपको मजबूत प्रतिबद्धता, दृढ़ संकल्प और नेक इरादे चाहिए।"
सोनिया ने कहा, "मोदीजी कांग्रेस-मुक्त भारत की बात करते हैं। कांग्रेस-मुक्त भारत को तो छोड़िए, वह तो अपने सामने किसी को भी बर्दाश्त नहीं कर सकते।" सोनिया ने रेड्डी बंधुओं पर लगे आरोपों और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे 'जय शाह की कंपनी का कारोबार अचानक बढ़ जाने' के मुद्दे पर भी मोदी पर निशाना साधा। सोनिया ने 'गरीबों और किसानों के हित में कदम उठाने के लिए' सिद्धारमैया सरकार की सराहना की।
सोनिया ने कहा, "भाजपा के लोग आते हैं, फर्जी वादे करते हैं, नफरत फैलाते हैं और वापस लौट जाते हैं। मुझे पता है कि आप उनके जुमलों से पर्दा उठा देंगे और स्पष्ट बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनाएंगे।" उन्होंने कहा कि भाजपा ने भ्रष्टाचार समाप्त करने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने एक लोकपाल तक नियुक्त नहीं किया। संप्रग अध्यक्ष ने कहा, "भ्रष्टाचार समाप्त करने का उनका मॉडल क्या है। कर्नाटक में जहां भी वह रैली करते हैं, उनके आस-पास वही भ्रष्ट लोग खड़े रहते हैं।" उन्होंने आरोप लगाया कि सिद्धारमैया ने मोदी से मिलने का समय मांगा था, लेकिन मोदी ने उनसे मुलाकात नहीं की।