नई दिल्ली: कांग्रेस पर समाज को विभाजित करने के षड्यंत्र के तहत इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कर्नाटक की सिद्धरमैया सरकार पर कटाक्ष किया कि वह ‘‘वोट बैंक की राजनीति’’ के लिए ‘‘सुल्तानों की जयंतियां’’ मना रही है। मोदी का इशारा कीन्वदंती बन चुके 18 वीं सदी के मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की याद में पर हर साल 10 नवंबर को ‘ टीपू जयंती’ मनाने के सिद्धारमैया सरकार के फैसले की ओर था।
यहां एक चुनाव रैली में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस का चरित्र देखिए... जिनकी जयंतियों को सम्मानपूर्वक मनाने की जरूरत है, जिनसे हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा लेनी है, उनकी जयंतियां मनाने के बारे में वे सोच ही नहीं सकते।’’ उन्होंने कहा ‘‘वीरा मडाकारी और ओनेक ओबव्वा भुला दिए गए, लेकिन वोट बैंक की राजनीति की खातिर वे सुल्तानों की जयंतियां मना रहे हैं।’’
ओनेक ओबावा एक दलित महिला थीं। वह चित्रदुर्ग के अंतिम शासक मडाकारी नायक की सेना के एक वीर सिपाही की पत्नी थीं। बताया जाता है कि सन 1779 में ओनेक ने टीपू सुल्तान के पिता हैदर अली की सेना के आक्रमणकारी सैनिकों के साथ वीरतापूर्वक लोहा लेते हुए जान गंवाई थी। भाजपा ने ‘‘टीपू जयंती’’ मनाए जाने का कड़ा विरोध किया है। मोदी ने कहा, ‘‘यह जयंती मना कर कांग्रेस ने कर्नाटक एवं चित्रदुर्ग के लोगों का अपमान किया है। उन्होंने चित्रदुर्ग के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है।’’
प्रधानमंत्री ने स्थानीय ऐतिहासिक भावनाओं से जुड़ने की कोशिश करते हुए कहा, ‘‘जिन लोगों ने छल से चित्रदुर्ग के नायकों को जहर दिया, जिन लोगों ने वीरांगना ओनेक ओबावा की जान ली, उन लोगों की जयंती मना कर कांग्रेस ने इस भूमि का, आपका और इतिहास का अपमान किया है।’’
जिस तरह कांग्रेस ने इस भूमि के पुत्रों और पुत्रियों की विरासत और साहस के साथ छल किया है, उसे माफ नहीं किया जा सकता। मोदी ने कांग्रेस पर एक परिवार की खातिर कई राजनीतिक दिग्गजों को हाशिये पर डाल देने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कांग्रेस को ‘‘दलितों को गुमराह करने का प्रयास करने और झूठ फैलाने’’ के लिए भी आड़े हाथ लिया।