नई दिल्ली: बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने वोटों की गिनती से एक दिन पहले यानी 14 मई को ही ऐलान कर दिया था कि वो ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने तो शपथ ग्रहण की तारीख भी उसी दिन बता दी थी। येदियुरप्पा ने कहा था, 17 मई को वो कर्नाटक के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे और आज रात भर चले मिडनाइट ड्रामे के बाद सुबह नौ बजे येदियुरप्पा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। येदियुरप्पा के शपथ की तारीख वाली भविष्यवाणी जरूर सच साबित हो रही है। येदियुरप्पा आज ठीक 9 बजे कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
बुधवार देर शाम राज्यपाल वजुभाई बाला ने येदियुरप्पा को सरकार बनाने का न्योता देते हुए चिट्ठी लिखी। चिट्ठी मिलने के बाद एक तरफ जहां बीजेपी खेमे में खुशी की लहर फैल गई वहीं कांग्रेसी और जेडीएस को जबरदस्त झटका लगा। कांग्रेस ने राज्यपाल के फैसले का तीखा विरोध किया। कांग्रेस और जेडीएस ने पहले से तय रणनीति के मुताबिक, देर रात सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया। आधी रात के बाद कोर्ट में सुनवाई हुई लेकिन इससे पहले हॉर्स ट्रेडिंग और धन बल से सरकार बनाने का आरोप लगाया।
शाम को कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को एक रिसॉर्ट में शिफ्ट कर दिया। वहीं जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि उनके विधायकों को खरीदने के लिए बीजेपी ने 100 करोड़ रुपये ऑफर किए हैं। कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे विधायकों को कल शाम बीजेपी के नेता और उनके समर्थकों ने ऑफर दिया था, बीजेपी नेताओं की तरफ से जो ऑफर दिए जा रहे हैं, उससे हमारे विधायकों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा”
बता दें कि कर्नाटक में 222 सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी को 104 सीटें मिली हैं जो कि बहुमत के आंकड़े से 8 कम है। कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 38 सीटें मिलीं हैं जबकि अन्य को दो सीटें मिली हैं। कांग्रेस से समर्थन के ऐलान के बाद जेडीएस ने भी गवर्नर के सामने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। गठबंधन ने एक निर्दलीय विधायक के समर्थन के साथ कुल 117 विधायकों के समर्थन का दावा किया।