नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव में एक ओर जहां कांग्रेस और बीजेपी में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है वहीं अगर चुनावों नतीजों के ताजा रुझान पर नजर डालें तो पूर्व उप-प्रधानमंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री देवीलाल की विरासत के उत्तराधिकारी के तौर पर उनके परपोते दुष्यंत चौटाला उभरकर सामने आए हैं।
बता दें कि चौधरी देवीलाल हरियाणा के सबसे सम्मानिय नेताओं में से एक रहे हैं और वे देश के पहले उप-प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। चौधरी देवीलाल दो बार हरियाणा के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। हरियाणा के साथ-साथ पंजाब में विधायक रहे देवीलाल दो अलग-अलग सरकारों में देश के उपप्रधानमंत्री भी बने। देवीलाल की राजनीतिक विरासत बेटे ओमप्रकाश चौटाला ने संभाली और चार बार हरियाणा के सीएम रहे।
हालांकि, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि तीन दशक के बाद देवीलाल की विरासत संभाल रहा चौटाला परिवार दो धड़ों में बंट चुका है। ओम प्रकाश चौटाला के बड़े बेटे अजय चौटाला ने इनेलो से अलग होकर जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) बना ली है, जबकि इनेलो की कमान ओम प्रकाश चौटाला और उनके छोटे बेटे अभय चौटाला के हाथों में है। अजय चौटाला जेल में हैं तो उनकी विरासत उनके दोनों बेटे दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला संभाल रहे हैं। इनेलो और जेजेपी दोनों पार्टियां अपने वजूद को बचाए रखने के लिए चुनावी मैदान में उतरी थी लेकिन इस बार हरियाणा विधानसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी को मिले समर्थन से ऐसा लग रहा है कि दुष्यंत चौटाला अपने परदादा देवीलाल की राजनीतिक विरासत के नए उत्तराधिकारी बनकर उभरे हैं।