नयी दिल्ली: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि उनके प्रतिद्वंद्वी पहले ‘‘अनाड़ी’’ कहकर उनका मजाक उड़ाते थे और बाद में उनकी सरकार का कामकाज देखकर ‘‘खिलाड़ी’’ कहने लगे, लेकिन वह खुद को केवल ‘‘सेवक’’ कहलाना पसंद करेंगे। दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने का भरोसा जता रहे खट्टर ने कहा कि उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार का दाग नहीं लगा। सरकार ने किसी जाति के प्रति पूर्वाग्रह नहीं रखा।
राज्य विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के अंतिम चरण में खट्टर ने पीटीआई से बातचीत में विश्वास जताया कि भाजपा सभी समुदायों का समर्थन हासिल करेगी। उन्होंने प्रचार समाप्त होने से एक दिन पहले शुक्रवार को कहा, ‘‘जो मुझे ‘अनाड़ी’ कहते थे, अब ‘खिलाड़ी’ कहने लगे हैं। मुझे ऐसा नहीं लगता। मैंने पिछले पांच साल में हरियाणा के ‘सेवक’ की तरह काम किया है और ऐसा करता रहूंगा।’’ ‘अब की बार 75 पार’ के नारे के साथ प्रचार कर रहे मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में उनकी सरकार ने बिना किसी पूर्वाग्रह के राज्य के विकास के लिए काम किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पिछले पांच साल में पारदर्शी तरीके से सरकार चलाई और राज्य का चतुर्दिक विकास सुनिश्चित किया। किसी जाति के प्रति पूर्वाग्रह नहीं रखा।’’ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रह चुके 65 वर्षीय भाजपा नेता ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार ने ‘हरियाणा एक, हरियाणवी एक’ के सिद्धांत पर काम किया। भाजपा 2014 में पहली बार अपने दम पर हरियाणा में सत्ता में आई थी और सरकार की कमान खट्टर ने संभाली थी।