नई दिल्ली। हरियाणा कांग्रेस में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस के आला नेतृत्व ने जैसे-तैसे पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को तो मना लिया, लेकिन अब सूबे में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने मोर्चा खोल दिया है। अशोक तंवर ने बुधवार को अपने समर्थकों संग राजधानी नई दिल्ली में सोनिया गांधी के आवास पर हंगामा किया।
'निक्कमे विधायकों के टिकट क्यों नही कट सकते'
अशोक तंवर ने कहा कि आज राजनीतिक हत्या करने का प्रयास है। हरियाणा मे लीडरशीप खत्म कर दी। उन्होंने पार्टी नेतृत्व पर हमला बोलते हुए कहा कि जब भाजपा में विधायकों की टिकट कट सकती है तो इन निक्कमे विधायकों की क्यों नही कट सकती।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कहा निगम के चुनाव पार्टी के चिन्ह पर लड़ना चाहिए लेकिन किसी ने नही सुना। जिनके पास पावर और पैसे है उनकी सुनवाई हुई। अशोक तंवर ने ये भी आरोप लगाया कि सोहना विधानसभा रुपये लेकर बेच दी गईं।
'पिछली बार भी बनवाई गयी थी भाजपा की सरकार'
अशोक तंवर ने कहा कि पिछली बार भी सरकार भाजपा की नहीं बनी थी बनवाई गयी थी। उन्होंने दावा किया पिछले तीन महीने में छह बार भाजपा ने बुलाया, लेकिन हम मरेंगे मिटेंगे कांग्रेस के ही साथ। अपने इस्तीफे को लेकर अशोक तंवर ने कहा कि पहले भी तीन बार इस्तीफा दे चुका था, लेकिन मंजूर नहीं किया गया। इस दौरान अशोक तंवर ने अपने सहयोगियों से कहा कि वो चुनाव लड़ने के लिए अपने फार्म तैयार कर लें। अगर पार्टी का टिकट मिला तो अच्छा है, वर्ना जो आप करेंगे हम आपके साथ हैं।
‘अगर मेरी सुनते तो कांग्रेस का नाश नहीं होता’
अशोक तंवर ने कहा कि हमने टिकट के लिए 85 लोगों के नाम दिए हुए हैं। 35-40 ऐसे उम्मीदवार हैं जिनकी एकतरफा जीत होगी। अगर मेरी नहीं सुनी जाएगी तो मैं इन सभी की सुनूंगा। अगर मेरी सुनते तो आज कांग्रेस का नाश नहीं होता।