नई दिल्ली। इस साल 3 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और इन तीनों राज्यों यानि हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। देश की राजधानी दिल्ली के नजदीक होने की वजह से हरियाणा के विधानसभा चुनावों पर मीडिया की नजरें ज्यादा हैं। 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने इतिहास बदलते हुए पहली बार राज्य में चुनाव जीतकर अपने दम पर सरकार बनाई थी। 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में राज्य की कुल 90 विधानसभा सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने 47 सीटों पर जीत प्राप्त की थी जबकि कांग्रेस को 15, इंडियन नेशनल लोकदल को 19, निर्दलीय को 5 और अन्य को 4 सीटों पर जीत मिली थी।
2014 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनावों में कुल 1,63,03,742 मतदाता थे जिनमें 87,96,794 पुरुष और 75,06,938 महिला मतदाता थे। कुल मतदाताओं में से 1,24,12,195 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था और इसमें से 4224 मत रद्द हो गए थे। कुल 16,357 मतदान केंद्रों में वोट डाले गए थे। चुनाव लड़ने वाले प्रतिनिधियों की बात करें तो कुल 1351 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था जिसमें 1235 पुरुष और 116 महिला प्रत्याशी थे। जीतने वाले 90 विधायकों में 77 विधायक पुरुष और 13 महिला विधायक जीतकर आए।
पार्टियों को मिले वोटों की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी सबसे अधिक 33.20 प्रतिशत (41,25,285 वोट) वोट मिले और पार्टी सरकार बनाने में कामयाब रही। अन्य दलों के बीच वोट बंट गए और उनके ज्यादा विधायक जीतने में कामयाब नहीं हो सके। भारतीय जनता पार्टी के बाद दूसरे नंबर पर 24.11 प्रतिशत (29,96,203 वोट) वोट के साथ इंडियन नेशनल लोक दल और 20.58 प्रतिशत (25,57,940 वोट) वोट के साथ तीसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी रही। इनके अलावा निर्दलीय प्रत्याशियों को 10.60 प्रतिशत (13,17,633 वोट) वोट मिले और पांचवें नंबर पर 4.37 प्रतिशत (5,42,985 वोट) वोट के साथ बहुजन समाज पार्टी रही। 2014 के चुनावों में हरियाणा जनहित कांग्रेस को 3.57 प्रतिशत (443444) वोट मिले थे और अब इस पार्टी का कांग्रेस पार्टी में विलय हो चुका है।