नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव का बिगुल कभी भी बज सकता है, चुनाव आयोग कभी भी चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। हाल के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद अब पूरे देश की नजर दिल्ली के नतीजों पर टिकी हुई है। लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन बेहद ही निराशाजनक रहा था, लेकिन उसके बाद दिल्ली सरकार ने दिल्ली की जनता को रिझाने के लिए कई लोकलुभावन योजनाएं शूरू की हैं, अब देखना होगा कि लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को बुरी तरह से हराने वाले दिल्ली के मतदाता क्या विधानसभा चुनाव में दिल्ली सरकार की लोकलुभावन योजनाओं के बाद अपना मन बदलते हैं या नहीं।
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली की 5 विधानसभा सीटें ऐसी रही हैं जहां पर आम आदमी पार्टी का के प्रत्याशी को 10 हजार भी वोट नहीं मिल सके थे। ये 5 विधानसभा सीटें हैं बल्लीमारान, चांदनी चौक, मटिया महल, गांधीनगर और दिल्ली कैंट।
बल्लीमारान विधानसभा सीट
सबसे पहले बल्लीमारान विधान की बात करते हैं, यह विधानसभा सीट चांदनी चौक लोकसभा सीट के दायरे में आती है और लोकसभा चुनाव के दौरान इस सीट पर सबसे ज्यादा वोट कांग्रेस पार्टी को मिले थे, दूसरे नंबर पर भाजपा और तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी रही थी। चुनाव आयोग के मुताबिक कांग्रेस पार्टी को लोकसभा चुनाव में बल्लीमारान सीट पर 49036 वोट मिले थे, भाजपा को 33723 और आम आदमी पार्टी को सिर्फ 8306 वोट ही मिल सके थे।
चांदनीचौक विधानसभा सीट
चांदनी चौक विधानसभा सीट भी चांदनी चौक लोकसभा सीट के दायरे में ही आती है, इस सीट पर भी पहले नंबर पर कांग्रेस रही थी, जबकी दूसरे नंबर पर भाजपा और आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर पर रही थी। चुनाव आयोग के मुताबिक लोकसभा चुनाव में चांदनी चौक विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी को 33440 वोट मिले थे जबकि भाजपा को 28754 और आम आदमी पार्टी को 9152 वोट मिल सके थे।
मटिया महल विधानसभा सीट
मटिया महल विधानसभा सीट की बात करें तो वह भी चांदनी चौक लोकसभा सीट के दायरे में आती है और इस सीट पर भी ट्रेंड बल्लीमारान और चांदनी चौक विधानसभा सीट जैसा ही रहा है। चुनाव आयोग के मुताबिक इस सीट पर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 52669 वोट, भाजपा को 20224 वोट और आम आदमी पार्टी को सिर्फ 6787 वोट मिल सके थे।
गांधीनगर विधानसभा सीट
गांधीनगर विधानसभा सीट की बात करें तो वह पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के दायरे में आती है और चुनाव आयोग के मुताबिक इस सीट पर लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी को सबसे अधिक 55973, कांग्रेस को 43434 और आम आदमी पार्टी को 7782 वोट मिले थे।
दिल्ली कैंट विधानसभा सीट
अंत में दिल्ली कैंट विधानसभा सीट की बात करते हैं जो नई दिल्ली लोकसभा सीट के दायरे में आती है, चुनाव आयोग के मुताबिक लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली कैंट विधानसभा सीट पर सबसे अधिक भारतीय जनता पार्टी को 28380 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी रही जिसे 15603 वोट मिले और आम आदमी पार्टी सिर्फ 6829 वोट ही ले सकी।