नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एंट्री हो गई है। इन चुनावों के मद्देनजर पीएम मोदी ने दिल्ली के कड़कड़डूमा में अपनी पहली रैली को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी बेहद आक्रामक मुद्रा में नजर आए। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि "20 साल बहुत कुछ आपने देख लिया है, बहुत बर्बादी आप देख चुके हैं, अब एक ही रास्ता बचा है। अब दिल्ली में भाजपा का आना बहुत जरूरी है। जब दिल्ली में भाजपा की सरकार बनेगी, तो देशभर में हम जो काम कर रहे हैं, वो काम हम दिल्ली में भी आसानी से कर पाएंगे"
उन्होंने कहा कि "बीते कई दिनों से भाजपा और सहयोगी दलों के कई वरिष्ठ नेता, तमाम उम्मीदवार, कार्यकर्ता और यहां के जागरूक नागरिक, आपके बीच आ रहे हैं, अपनी बात रख रहे हैं। दिल्ली के लोगों के मन में क्या है, ये बताने की जरूरत नहीं, ये आज साफ-साफ दिख रहा है।"पीएम मोदी ने कहा कि "लोकसभा चुनाव में दिल्ली के लोगों ने एक-एक वोट से भाजपा की ताकत बढ़ाई। सातों सीटें देकर दिल्ली के लोगों ने बता दिया था कि वो किस दिशा में सोच रहे हैं। देश बदलने में दिल्ली के लोगों ने बहुत मदद की है। अब दिल्ली के लोगों का वोट अपनी दिल्ली को भी बदलेगा"
पीएम मोदी ने कहा कि "दिल्ली सिर्फ एक शहर नहीं हैं, बल्कि ये हमारे हिंदुस्तान की धरोहर है। ये भारत के भिन्न-भिन्न रंगो को एक जगह समेटे हुए एक जीवित परंपरा है। ये दिल्ली सबका स्वागत करती है, सत्कार करती है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि "ये चुनाव दिल्ली के इसी गौरव को 21वीं सदी की पहचान और शान देने के संकल्प का है। ये चुनाव एक ऐसे दशक का पहला चुनाव है, जो 21वीं सदी के भारत का और 21वीं सदी में भारत की राजधानी का भविष्य तय करने वाला है।"
उन्होंने कहा कि "8 फरवरी को पड़ने वाला आपका हर वोट सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि इस दशक में दिल्ली के विकास को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए होगा।" उन्होंने कहा कि "भारतीय जनता पार्टी, जो अपने हर संकल्प को पूरा करती है, जो कहती है, वो करती है। भाजपा, जिसके लिए देश का हित, देश के लोगों का हित सबसे ऊपर है। भाजपा, जो Negativity में नहीं बल्कि Positivity में भरोसा रखती है।"
पीएम ने कहा कि "दिल्ली के 40 लाख से अधिक लोगों, जिसमें बड़ी संख्या में पूर्वी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोग हैं, उन्हें उनके जीवन की सबसे बड़ी चिंता से हमारी सरकार ने मुक्त किया है।"पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि "जिन लोगों ने सोचा नहीं था कि वो अपने जीवन में कभी अपने घर की रजिस्ट्री करा सकेंगे, अब वो अपने घर का सपना सच होते हुए देख रहे हैं।" पीएम ने कहा कि "दिल्ली भाजपा ने संकल्प लिया है और अपने घोषणापत्र में कहा है कि इन कॉलोनियों के तेज विकास के लिए डेवलपमेंट बोर्ड बनाया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि "जहां झुग्गी, वहां पक्का घर भी बनेगा। झुग्गी में रहने वाले परिवारों को पक्का घर देने के लिए तेज़ी से काम किया जाएगा" पीएम ने कहा कि "पिछले 5 साल में इतना सारा काम देश में हुआ, गरीबों को रहने के लिए घर मिले, लेकिन दिल्ली की सरकार यहां के गरीबों को रहने के लिए घर नहीं देना चाहती। पीएम आवास योजना यहां की सरकार की वजह से लागू नहीं हो पाई है।" उन्होंने कहा कि "5 साल में 2 करोड़ घर केंद्र सरकार ने गरीबों के लिए देशभर में बनाए। इसमें से एक भी घर दिल्ली सरकार की वजह से यहां नहीं बन पाया।"
पीएम मोदी ने कहा कि "जब तक ये लोग बैठे रहेंगे, तब तक ये दिल्ली के लोगों की भलाई के कामों में रोड़े अटकाते ही रहेंगे, रुकावट डालते रहेंगे। क्योंकि, वो सिवाय राजनीति के कुछ जानते ही नहीं हैं।" पीएम ने कहा कि "CAA से हिंदुओं, सिखों और ईसाईयों को नागरिकता का अधिकार कितने साल बाद मिला? -70 साल बाद। शहीद जवानों के लिए देश में नेशनल वॉर मेमोरियल कितने साल बाद बना? - 50-60 साल बाद के बाद बना।" उन्होंने कहा कि "84 के सिख नरसंहार में दोषियों को सज़ा कितने साल बाद मिली?- 34 साल बाद।"
पीएम ने कहा कि "वायुसेना को नेक्स्ट जनरेशन लड़ाकू विमान कितने साल बाद मिला?- 35 साल बाद। बेनामी संपत्ति कानून कितने साल बाद लागू हुआ?- 28 साल बाद। "शत्रु संपत्ति कानून कितने साल बाद लागू हुआ?- 50 साल के बाद। बोडो आंदोलन के समाधान वाला समझौता कितने साल बाद हुआ?- 50 साल के बाद। पूर्व सैनिकों को OROP का लाभ कितने साल बाद मिला?- 40 साल के बाद।" उन्होंने कहा कि "पहले की सरकारों ने कैसे-कैसे देश को उलझाकर रखा था। ये फैसले पहले भी लिए जा सकते थे, ये समस्याएं पहले भी सुलझाई जा सकती थीं। लेकिन, जब स्वार्थ नीति ही राजनीति का आधार हो, तो फैसले टलते भी हैं और अटकते भी हैं।"
पीएम मोदी ने कहा कि "पहली बार लाल बत्ती के रौब से देश के लोगों को मुक्ति मिली है। सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण का अधिकार मिला। 5 लाख रुपए तक की आय पर इनकम टैक्स ज़ीरो हुआ। पहली बार, काले धन की हेरा-फेरी करने वाली साढ़े 3 लाख संदिग्ध कंपनियों को ताला लगा।" पीएम ने कहा कि "पहली बार, उद्यमियों को व्यापार से सम्मानजनक एग्जिट का मार्ग देने वाला IBC कानून बना। पहली बार, देश के हर किसान परिवार के बैंक खाते में सीधी मदद पहुंची। पहली बार, किसानों, मज़दूरों और छोटे व्यापारियों को पेंशन की सुविधा मिली।"
उन्होंने कहा कि "पहली बार, 50 करोड़ गरीबों को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिली। पहली बार, 10 करोड़ गरीब परिवारों तक टॉयलेट की सुविधा पहुंची। पहली बार, 8 करोड़ गरीब बहनों की रसोई में गैस का मुफ्त कनेक्शन पहुंचा। पहली बार, देश को लोकपाल भी मिला। देश के लोगों को तो लोकपाल मिल गया, लेकिन दिल्ली के लोग आज भी इंतजार कर रहे हैं। इतना बड़ा आंदोलन और इतनी बड़ी-बड़ी बातें की गई थी, उन सबका क्या हुआ?" पीएम ने कहा कि "शनिवार को जो बजट आया है, वो इस साल के लिए ही नहीं बल्कि इस पूरे दशक को दिशा देने वाला है। इस बजट का लाभ दिल्ली के नौजवानों, व्यापारियों, मध्यम वर्ग, निम्म मध्यम वर्ग, गरीबों और यहां की महिलाओं, सभी को होगा।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि "बजट में युवाओं के रोजगार से जुड़े एक बड़े रिफॉर्म का ऐलान किया गया है। ये रिफॉर्म है- नॉन गैजेटेड सरकारी नौकरियों में अलग-अलग एग्ज़ाम की परेशानी से युवाओं को मुक्ति दिलाना। केंद्र सरकार की भर्तियों में इंटरव्यू खत्म करने से भ्रष्टाचार पर चोट हुई।" पीएम मोदी ने कहा कि "भाजपा का हमेशा से प्रयास रहा है कि व्यापारियों की दिक्कतें कम हों, उनकी परेशानी कम हो और वो खुलकर अपना काम कर पाएं।" उन्होंने कहा कि "अभी तक 1 करोड़ रुपए तक के टर्नओवर वाले लघु उद्योगों और व्यापारियों को ऑडिट कराना पड़ता था। अब इस सीमा को 5 करोड़ रुपए तक बढ़ा दिया गया है। ये सरकार का देश के उद्यमियों और दिल्ली के लाखों व्यापारियों-कारोबारियों पर विश्वास का जीता-जागता उदाहरण है।"
उन्होंने कहा कि "दिल्ली-NCR देश में इलेक्ट्रॉनिक्स और दूसरी नेक्स्ट जनरेशन से जुड़ी टेक्नॉलॉजी की मैन्यूफेक्चरिंग का भी हब है। भारत इस सेक्टर में दुनिया में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। इसको विस्तार देते हुए बजट में अनेक प्रावधान किए गए हैं।" उन्होंने कहा कि "इस बजट में, ये भी ध्यान रखा गया है कि मध्यम वर्ग के टैक्सपेयर के हाथ में ज्यादा पैसे बचे। सरकार ने अब टैक्स की एक नई स्लैब का विकल्प दिया है। ये सरल भी है और इसमें टैक्स बचाने के लिए कुछ खास योजनाओं में ही इन्वेस्टमेंट करने का दबाव भी नहीं है।"
पीएम ने कहा कि "हमारे प्रयास हमारे युवाओं को भविष्य के रोजगार के लिए तैयार करेंगे और भारत को दुनिया का टॉप स्टार्टअप नेशन बनाएंगे। स्टार्ट अप्स में ESOPs को लेकर बजट में जो ऐलान हुआ है, वो देश में स्टार्ट अप इकोसिस्टम को नई ऊर्जा देगा।" उन्होंने कहा कि "हम बैंकों को मजबूत कर रहे हैं, बैंकों की सेवाओं को देश के लोगों के लिए और सुविधाजनक बना रहे हैं। बैंकों में जमा आपके पैसे को अधिक सुरक्षा देने के लिए डिपॉजिट पर गारंटी को 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपए किया गया है।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि "GST की वजह से गरीब और मध्यम वर्ग के जरूरत की लगभग 99% चीजों पर पहले ही टैक्स कम हो गया है। पहले औसत GST रेट 14.4% था। अब इसे और कम करते हुए 11.8% पर ले आया गया है। इसकी वजह से गरीबों-मध्यम वर्ग के करीब 2 लाख करोड़ रुपये सालाना बच रहे हैं।" उन्होंने कहा कि "GST ने व्यापारियों को अनेक तरह के टैक्सों के जाल से बचाया है। GST ने बहुत सारी चुंगियां और चेकपोस्ट खत्म कर दिए हैं। अब हरियाणा या UP सामान भेजना हो या वहां से मंगवाना हो, दिल्ली के व्यापारियों की दिक्कतें कम हुई हैं।"
पीएम ने कहा कि "दिल्ली और देश के अन्य शहरों में प्रदूषण की स्थिति से निपटने के लिए भी केंद्र सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। इस साल के बजट में 4,400 करोड़ रुपए शहरों में प्रदूषण को कम करने के लिए रखे गए हैं। अफसोस है कि दिल्ली के लोगों के साथ स्वास्थ्य जैसे गंभीर विषय में भी राजनीति की गई है। दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना को लागू ही नहीं होने दिया जा रहा।" पीएम ने कहा कि "दिल्ली के केंद्र सरकार के अस्पतालों में गरीबों का 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज हो सकता है, लेकिन राज्य सरकार के अस्पतालों में नहीं। दिल्ली के गरीब और मध्यम वर्ग से ऐसी क्या दिक्कत है? क्या राजनीति, मानवता से भी बड़ी हो गई है?"
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि "कुछ लोग राजनीति बदलने आए थे, उनका नकाब अब उतर चुका है। उनका असली रंग, रूप, और मकसद, उजागर हो गया है। आपको याद होगा जब सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी, तब इसी दिल्ली में देश की सेना, हमारे वीर जवानों को कठघरे में खड़ा कर दिया गया था।' पीएम मोदी ने कहा कि "एक समय था जब दिल्ली में आए दिन आतंकी हमलों की वजह से, बम धमाकों में निर्दोष लोग मारे जाते थे। देश के सुरक्षाबलों और दिल्ली के लोगों की सतर्कता से अब ये हमले होने रुक गए हैं।"
पीएम ने कहा कि "लेकिन याद करिए, जब इन्हीं हमलों के गुनहगारों को दिल्ली पुलिस ने बाटला हाउस में मार गिराया, तो उसे फर्जी एनकाउंटर कहा गया था। यही वो लोग हैं जिन्होंने बाटला हाउस में आतंकियों को मारने पर दिल्ली पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।" प्रधानमंत्री ने कहा कि "यही वो लोग हैं जो भारत के टुकड़े-टुकड़े करने की इच्छा रखने वालों को आज तक बचा रहे हैं। क्या दिल्ली के लोग ये भूल सकते हैं? इसकी वजह क्या थी? वोटबैंक की राजनीति, तुष्टिकरण की राजनीति।"
पीएम मोदी ने कहा कि "सीलमपुर हो, जामिया हो या फिर शाहीन बाग, बीते कई दिनों से सिजिटनशिप अमेंडमेंट बिल को लेकर प्रदर्शन हुए हैं। क्या ये प्रदर्शन सिर्फ एक संयोग हैं? नहीं। इसके पीछे राजनीति का एक ऐसा डिजायन है, जो राष्ट्र के सौहार्द को खंडित करने वाला है।"