नई दिल्ली। दिल्ली चुनाव में कौन सिकंदर बनेगा और कौन विपक्ष में बैठेगा, इसका फैसला होने में 24 घंटे से भी कम का वक्त बचा है। सभी दलों ने दिल्ली में मतदान से पहले जमकर प्रचार किया। आम आदमी पार्टी की तरफ से जहां अरविंद केजरीवाल और मनीष शिशोदिया ने प्रचार की कमान संभाली, तो वहीं भाजपा की तरफ से पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा सहित कई दिग्गज नेताओं ने जमकर प्रचार किया।
कांग्रेस के प्रचार में नजर नहीं आए सिद्धू
चुनावी पंडितों की मानें तो दिल्ली में कांग्रेस का प्रचार काफी फीका रहा। पार्टी के लिए राहुल और प्रियंका गांधी ने चुनिंदा सभाएं ही कीं और वो भी अंत में। कांग्रेस पार्टी के चुनाव प्रचार में गौर करने वाली बात ये भी थी कि पार्टी के नेता और पंजाब सरकार में मंत्री रह चुके नवजोत सिंह सिद्धू कहीं नजर नहीं आए। कांग्रेस पार्टी की स्टार कैंपनर्स की लिस्ट में नवजोत सिंह सिद्धू का भी नाम शामिल था।
क्या किसी ज्योतिषी के चक्कर में फंस गए सिद्धू?
पार्टी के कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि अपनी भाषण शैली के जरिए सिद्धू कांग्रेस के पक्ष में जबरदस्त माहौल बनाएंगे, लेकिन सिद्धू पूरे चुनाव से दूर रहे। कहा जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू इन दिनों किसी ज्योतिषी के चक्कर में फंस गए है, जिसके कहने पर उन्होंने चुनाव प्रचार से दूरी बनाने उचित समझा। पंजाब में मंत्रिमंडल से बाहर होने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब की पॉलिटिक्स के साथ-साथ राष्ट्रीय राजनीति में भी हाशिए पर चले गए हैं। तभी से नवजोत सिंह सिद्धू ने चुप्पी साध रखी है और यह चुप्पी अब भी देखी जा सकती है।
दिल्ली में चुनाव प्रचार न करने की मुख्य वजह यह भी बताई जा रही है कि जब से नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब की राजनीति में हाशिए पर गए हैं तब से वह ज्योतिषियों के चक्कर में राजनीति में बेहतर समय की तलाश में हैं। सिद्धू के करीबियों का कहना है कि वो सही समय आने तक चुप्पी साधे बैठे रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि सिद्धू जिन ज्योतिषियों की बात मान रहे हैं, उनमें से एक अमृतसर का ज्योतिषी हैं और एक दिल्ली का, जिनके कहने पर ही वह दिल्ली में चुनाव प्रचार करने नहीं गए।
पार्टी ने किया बचाव
हालांकि कांग्रेस पार्टी के नेता नवजोत सिंह सिद्धू का बचाव करते हुए कहते हैं कि ज्योतिषी वाली बातें सब मनगढ़ंत बातें हैं और नवजोत सिंह सिद्धू कहीं पर भी राजनीतिक हाशिये पर नहीं हैं। कांग्रेस नेता का कहना है कि दिल्ली चुनाव प्रचार में कई स्टार कैंपेनर थे जो वहां पर प्रचार करने नहीं पहुंचे, उन्हीं में से नवजोत सिंह सिद्धू भी एक है।
विपक्ष ने कसा तंज
अकाली दल के नेता डॉ. दलजीत चीमा का कहना है कि यह तो उनकी ही पार्टी के लोग बताएंगे कि वह ज्योतिषी के चक्कर में खामोश हैं या फिर पार्टी के बड़े नेताओं के द्वारा उन्हें खामोश कर दिया गया है। दिल्ली चुनाव प्रचार में सिद्धू की एंट्री ना होने पर अकाली दल ने कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू का कांग्रेस पार्टी में आने वाले दिनों में क्या भविष्य होगा यह तो उनकी ही पार्टी के लोग जानते हैं।