नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली चुनाव में मतदान से पहले शराब बांटने के आरोप में तस्करों के खिलाफ FIR दर्ज की है। इस एफआईआर में आम आदमी पार्टी के मंत्री के भाई हरीश गहलोत का भी नाम है। संबंधित विभाग ने मतदान से पहले शराब से भरा हुआ एक पिकअप जब्त किया था। यह जब्ती छह फरवरी को की गई थी और सात फरवरी को FIR दर्ज की गई। जांच में पता चला कि AAP सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत के भाई हरीश गहलोत के कहने पर शराब को लाया गया था।
पुलिस FIR के मुताबिक, पिकअप के साथ पकड़े गए शख्स ने बताया कि "वह हरीश गहलोत, जो मित्राऊ गांव का ही रहने वाला है, के कहने पर शराब की खेप को लेकर वोटरों में बांटने के लिए जा रहा है।" पुलिस को कुल 15 पेटी शराब बरामद हुई है। हर पेटी में 48 पव्वे मिले, जिनपर फैक्ट्री सील लगी थी। पुलिस ने यह सभी शराब DL-1LAC-1266 नंबर के पिकअप से बरामद की है।
इसके अलावा पुलिस ने पकड़े गए शख्स द्वारा दी गई जानकारी के जरिए एक दाल मिल में भी छापा मारा और भारी मात्रा में शराब बरामद की। मिल में पुलिस को एक और शख्स मिला। जिसने पुलिस को बताया कि जो भी शराब वहां रखी है, वह हरीश गहलोत की है। जिसे वोटरों को लुभाने के लिए वहां रखा गया है। पुलिस को यहां से 40 पेटियां बरामद हुईं। हर पेटी में 48 पव्वे थे।
पकड़े गए शख्स ने जिस हरीश गहलोत का नाम लिया है, वह दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत का भाई है। कई बार देखा जाता है कि मतदान से पहले वोटरों से अपने पक्ष में वोट डलवाने के लिए इस तरह के दोयम हथकंडे अपनाए जाते हैं। पड़के गए शख्स ने भी इस बात को कहा है कि यह शराब चुनाव में वोटरों को लुभाने के लिए लाई गई थी। फिलहाल, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शराब बांटने की प्लानिंग को फेल कर दिया।
पुलिस ने उस दुकान का भी पता लगा लिया है, जहां से जब्त की गई शराब को लाया गया था। पुलिस को जांच में पता चला कि शराब हरियाणा के बलबीर के यहां से लाई गई थी, जो गुरुग्राम में L1 शराब की दुकान का मालिक है। बता दें कि ECI डाटा के मुताबिक, 2.83 करोड़ शराब और 42.32 करोड़ नशीले पदार्थों को आचार संहिता के दौरान जब्त किया गया है।