नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली की जनता ने शनिवार को विधानसभा चुनावों के लिए मतदान किया। तमाम एग्जिट पोल्स के मुताबिक, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी एक बार फिर जबर्दस्त बहुमत के साथ सत्ता में वापसी कर रही है। इसके बावजूद AAP के नेता इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को लेकर चौकन्ने हैं। पार्टी ने आशंका जाहिर की है कि बीजेपी ईवीएम में गड़बड़ी करके चुनाव के नतीजों में बदलाव कर सकती है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मतदान के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर एक बैठक हुई जिसमें तय किया गया कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता वोटों की गिनती तक हर बूथ के ईवीएम की निगरानी करेंगे। पार्टी के नेता संजय सिंह ने बैठक के बाद बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मतदान खत्म होने के बाद भी देर तक ईवीएम को जमा नहीं कराया गया और ये मशीनें अधिकारियों के पास ही रहीं। संजय सिंह ने आरोप लगाते हुए ट्विटर पर 2 वीडियो भी पोस्ट किए हैं।
पहले वीडियो में AAP नेता संजय सिंह ने आरोप लगाया कि एक जगह स्ट्रॉन्ग रूम की बजाय ईवीएम को बस से उतारते हुए देखा गया। उन्होंने चुनाव आयोग से घटना का संज्ञान लेने के की अपील की हालांकि यह साफ नहीं किया कि वीडियो कहां का है। वहीं एक अन्य वीडियो में उन्होंने आरोप लगाया कि एक अधिकारी ने गलत तरीके से अपने पास ईवीएम रखा था। उन्होंने आरोप लगाया कि विश्वास नगर में भी ईवीएम काफी देर तक अधिकारियों के साथ रहा।
उन्होंने कहा, 'बाबरपुर विधानसभा में गलत तरीके से एक अधिकारी ने EVM अपने पास रखी हुई थी उसकी शिकायत हम चुनाव आयोग से करेंगे और हमने अपने सारे विधायको और कार्यकताओं को निर्देश दिए हैं की वे स्ट्रांग रूम की निगरानी रखें।' आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने भी ईवीएम की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है।